नई दिल्ली। इस साल अप्रैल से नवंबर के बीच सेंट्रल जीएसटी का कलेक्शन बजट अनुमान से 40 फीसद कम रहा। संसद में सोमवार को पेश आंकड़ों में ऐसा कहा गया है। वित्त राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने लोकसभा में एक सवाल के लिखित उत्तर में बताया कि इस साल अप्रैल से नवंबर के बीच 3,28,365 करोड़ रुपये के सीजीएसटी का संग्रह हुआ। वहीं बजट में इस अवधि में 5,26,000 करोड़ रुपये के कलेक्शन का अनुमान जताया गया था। हालांकि, बकौल ठाकुर ये आंकड़े अभी अस्थायी हैं। मंत्री ने कहा कि वित्त वर्ष 2018-19 के दौरान CGST के रूप में वास्तव में 4,57,534 करोड़ रुपये कलेक्ट किये गए जबकि अस्थायी तौर पर यह आंकड़ा 6,03,900 करोड़ रुपये बताया गया था।
वित्त राज्य मंत्री के मुताबिक 2017-18 में सीजीएसटी का कलेक्शन 2,03,261 करोड़ रुपये रहा था। ठाकुर ने एक अहम जानकारी देते हुए कहा कि चालू वित्त वर्ष में अक्टूबर तक जीएसटी चोरी के 999 मामले दर्ज किये गए, जिसके बाद 8,134.39 करोड़ रुपये रिकवर किया गया। उन्होंने जानकारी दी कि 2018-19 के दौरान 1,473 मामलों में 19,395.26 करोड़ रुपये रिकवर किया गया था। वहीं 2017-18 में यह आंकड़ा 757.81 करोड़ रुपये का था। उस वित्त वर्ष में ऐसे 148 मामले दर्ज किये गए थे।
ठाकुर ने कहा कि जीएसटी चोरी को रोकने के तंत्र को मजबूत करने के लिए सिस्टम आधारित एनालिटिकल टूल्स और सिस्टम जेनरेटेड इंटेलीजेंस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, ”इस सिलसिले में सीबीआईसी की ओर से डायरेक्टरेट जनरल ऑफ एनालिटिक्स एंड रिस्क मैनेजमेंट (डीजीएआरएम) का गठन किया गया है। इसके अलावा ई-वे बिल स्क्वॉयड को ट्रांजिट के सामान के रैंडम वेरिफिकेशन के लिए हरकत में लाया गया है।”