लखनऊ। पश्चिम बंगाल के रास्ते उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में फिर भारतीय जाली मुद्रा की तस्करी तेज हो गई है। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने 15 दिनों के भीतर लखनऊ के बाद अब गाजियाबाद में नकली नोट बरामद किए हैं। एटीएस ने गाजियाबाद स्टेशन से कटिहार, बिहार निवासी मु.मुराद को 2,49500 रुपये के जाली नोटों के साथ गिरफ्तार किया है। वह मालदा (पश्चिम बंगाल) के रास्ते 500 व दो हजार रुपये के जाली नोटों की खेप लेकर आया था, जिसे उत्तर प्रदेश के अलावा दिल्ली में सप्लाई किया जाना था।
एडीजी एटीएस डीके ठाकुर ने बताया कि आरोपित मु.मुराद के खिलाफ लखनऊ स्थित एटीएस थाने में एफआइआर दर्ज की गई है। आरोपित के पास से 500 रुपये के 99 तथा दो हजार रुपये के 100 जाली नोट बरामद किए गए हैं, जो उच्च गुणवत्ता वाले हैं। आरोपित मुराद यहां झंडापुर, साहिबाबाद (गाजियाबाद) में किराये का कमरा लेकर रह रहा था। वह जाली नोटों की सप्लाई उत्तर प्रदेश व दिल्ली एनसीआर में करता था। एटीएस आरोपित मुराद से जाली मुद्रा के इस नेटवर्क से जुड़े अन्य आरोपितों व मालदा में बैठे सप्लायरों के बारे में पूछताछ कर रही है।
बता दें कि इससे पूर्व एटीएस ने 26 नवंबर को लखनऊ के इटौंजा क्षेत्र से एक महिला समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 1.79 लाख रुपये के जाली नोट बरामद किए थे। लखनऊ में पकड़े गए आरोपित मालदा निवासी अमीनुल इस्लाम उर्फ कालू, नासीबा खातून व लखीमपुर खीरी निवासी फूलचंद ने मालदा से जाली नोट लाकर कमीशन पर प्रदेश के विभिन्न शहरों में सप्लाई करने की बात स्वीकार की थी। करीब एक साल पहले भी एसटीएफ ने पश्चिम बंगाल के फरक्का व मालदा से 500 व 2000 रुपये के जाली नोट सप्लाई करने वाले गिरोह को पकड़ा था। जाली नोटों की तस्करी के इस नेटवर्क में कई गिरोह के सक्रिय होने की जानकारी सामने आ रही है। एटीएस अधिकारियों का कहना है कि गाजियाबाद से बरामद जाली नोटों की फोरेंसिक जांच भी कराई जा रही है।