रामजन्मभूमि विवाद पर आज आने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले को देखते हुए प्रदेश में सख्त सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अयोध्या में जबरदस्त नाकेबंदी की गई है। अयोध्या में इस समय 20 हजार से ज्यादा जवान मोर्चा संभाले हुए हैं। एडीजी अभियोजन आशुतोष पांडेय अयोध्या में ही कैंप किए हुए हैं। अयोध्या में पूर्व में तैनात रहे कई अफसरों को भी वहां भेजा गया है। प्रदेश के सभी स्कूल, कालेज और विश्वविद्यालय सोमवार तक के लिए बंद कर दिए गए हैं।
अयोध्या में लखनऊ जोन के जिलों से भेजे गए अतिरिक्त पुलिस फोर्स के साथ ही पीएसी, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और केंद्रीय अर्द्धसैनिक बल (सीपीएमएफ) के जवान तैनात किए गए हैं।
इसमें पीएसी, सीएपीएफ व सीपीएमएफ को मिलाकर जवानों की 55 कंपनियां तैनात हैं। अयोध्या नगर में अधिग्रहीत परिसर की ओर से जाने वाले सभी रास्तों पर बैरीकेडिंग करके फोर्स तैनात कर दी गई है। अयोध्या के आसपास के जिलों में विद्यालयों को चिह्नित करके अस्थाई जेलें बनाई गई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को ही वीडियो कांफ्रेंसिंग कर के कड़े सुरक्षा प्रबंध करने के निर्देश दे दिए थे। उनके निर्देश पर आपात स्थितियों के लिए लखनऊ व अयोध्या में हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराया गया है। शैक्षिक संस्थानों में सोमवार तक अवकाश घोषित किए जाने की जानकारी शासन ने दी है।
इससे पहले प्रदेश के एडीजी कानून-व्यवस्था पीवी रामाशास्त्री ने जोन, रेंज व जिलों के सोशल मीडिया सेल को हर समय अलर्ट रहने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से सामाजिक सद्भाव भंग करने वाले तत्वों के विरुद्ध प्रभावी कार्रवाई की जाए। उन्होंने ग्रुप एडमिन के खिलाफ भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। आईजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार के साथ यूपी 112 मुख्यालय से जोन, रेंज व जिलों के सोशल मीडिया सेल में नियुक्त अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग करते हुए उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर उनके सोशल मीडिया एकाउंट को तत्काल ब्लॉक किया जाए। इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर किए गए आपत्तिजनक पोस्ट को सुरक्षित रखने की प्रक्रिया की भी जानकारी दी ताकि पोस्ट डिलीट होने पर भी साक्ष्य उपलब्ध रहे।
चिह्नित लोगों पर डिजिटल वालंटियर भी रखेंगे नजर
एडीजी कानून-व्यवस्था ने कहा कि पिछले पांच वर्षों में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक व भ्रामक पोस्ट करने वाले व्यक्तियों के बारे में डिजिटल वालंटियर ग्रुप के माध्यम से जानकारी साझा की जाए, जिससे इस प्रकार के व्यक्तियों द्वारा की जाने वाली भ्रामक पोस्ट पर डिजिटल वालंटियर ग्रुप के सदस्यों द्वारा भी सतर्क दृष्टि रखी जा सके। उन्होंने व्हाट्सएप ग्रुपों में किए जाने वाले आपत्तिजनक पोस्ट के संबंध में पोस्ट करने वाले व्यक्तियों के साथ-साथ ग्रुप एडमिन के विरुद्ध भी कानूनी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। एडीजी ने जिलों के अफसरों को निर्देशित किया कि वे अपने स्तर से इस बात का प्रचार-प्रसार करें कि कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्मों पर किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक टिप्पणी, भाषण, तस्वीर, धार्मिक उन्माद, सामाजिक विद्वेष व जातिगत घृणा आदि से संबंधित वीडियो या मैसेज आदि पोस्ट न करे और न ही इसे लाइक व फारवर्ड करे।
गुप्त सूचनाएं देने को जारी किया व्हाट्सअप नंबर
आईजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार ने बताया कि सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म जैसे फेसबुक, ट्वीटर व व्हाट्सएप आदि के माध्यम से भड़काऊ या आपत्तिजनक पोस्टों के विषय में पुलिस विभाग को सूचित करने के लिए एक नया प्लेटफार्म भी उपलब्ध कराया जा रहा है। इसके लिए डीजीपी मुख्यालय स्तर से व्हाट्सएप नंबर 8874327341 उपलब्ध कराया जा रहा है। जनता का कोई भी इस नंबर पर टेक्स्ट मैसेज, वाइसक्लीप व स्क्रीन शॉट आदि के माध्यम से व्हाट्सएप कर सकता है। इसकी जानकारी देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।