लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने अयोध्या में रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले को लेकर सोमवार को ट्वीट करके कहा कि सभी को सुनवाई के बाद जो भी फैसला आए, उसका सम्मान करना चाहिए और देश में हर जगह साम्प्रदायिक सौहार्द का वातावरण कायम रखना चाहिए। यही व्यापक जनहित व देशहित में सर्वोत्तम होगा। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में संबंधित पक्षों को 17 अक्टूबर तक बहस खत्म करने को कहा है। इससे पहले कोर्ट ने बहस पूरी करने के लिए 18 अक्टूबर की तारीख तय की थी। मामले की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अगुवाई वाली संवैधानिक पीठ कर रही है। सीजेआई गोगोई का कार्यकाल 17 नवम्बर को खत्म हो रहा है। अब 17 अक्टूबर तक सभी पक्षों की दलील पूरी हो जाएगी, जिसके बाद जजों को फैसला लिखने के लिए चार हफ्ते का वक्त मिल सकेगा। बहस खत्म होने की तारीख करीब आने से पहले प्रतिक्रियाओं का दौर भी तेज हो गया है। गोरक्षपीठाधीश्वर व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में गोरखपुर में कथावाचक मोरारी बापू के मंच से कहा कि मुझे विश्वास है कि भगवान राम की शक्ति देश, समाज को आगे बढ़ाती है। आने वाले कुछ समय में हम लोगों को बहुत अच्छी खुशखबरी सुनने को मिल सकती है। मुख्यमंत्री के इस बयान को अयोध्या में मंदिर निर्माण से जोडक़र देखा जा रहा है। मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महराज ने भी कहा कि अयोध्या मामले में अच्छी खबर मिलने वाली है। छह दिसम्बर तक अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण प्रारंभ हो जाएगा।