रामपुर। सपा सांसद आजम खां को सुन्नी वक्फ बोर्ड ने झटका दिया है। बोर्ड ने जौहर ट्रस्ट को मुतवल्ली के पद से हटाते हुए प्रशासक तैनात कर दिया है। बोर्ड ने यतीमखाने से हटाए गए 26 परिवारों को फिर से यह जमीन आवंटित कर दी है। इसके साथ ही पुलिस और प्रशासन को इन पीड़ित परिवारों को कब्जा दिलाने के आदेश दिए हैं।
पूर्व नगर विकास मंत्री आज़म खान ने तत्कालीन वक्फ़ मंत्री की हैसियत से वर्ष 2016 में वक़्फ़ संख्या 157 यतीमखाना रामपुर का गैरकानूनी ढंग से जौहर ट्रस्ट को मुतवल्ली बनवा दिया था। इसके बाद वहां रह रहे लोगों को बल पूर्वक बेदख़ल कर दिया था। लोगों को उजाड़कर गरीबों के लिए रामपुर पब्लिक स्कूल का निर्माण करा दिया था। कांग्रेस के पूर्व नेता फैसल लाला लगातार उन ग़रीब परिवारों की लड़ाई लड़ रहे थे। मामला तत्कालीन राज्यपाल राम नाईक तक पहुंचा था।
अब सुन्नी वक्फ बोर्ड ने जौहर ट्रस्ट को मुतवल्ली पद से हटाकर वक्फ़ बोर्ड के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर जुनैद खान को वक़्फ़ संख्या 157 का प्रशासक नियुक्ति कर दिया है। बोर्ड ने यतीमखाना की जमीन वापस उन्हीं 26 यतीम परिवारों को आवंटित कर दी है जो परिवार वहां 50-60 सालों से रहते आए थे। बोर्ड ने आदेश की कॉपी जौहर ट्रस्ट को भेजने के साथ ही जि़लाधिकारी रामपुर तथा पुलिस अधीक्षक रामपुर को भी भेजते हुए आदेश दिए हैं कि जमीन पर आवंटियों को कब्जा दिलाया जाए।