नई दिल्ली। प्याज की लगातार बढ़ती किमतों के बीच खाद्य मंत्री राम विलास पासवान ने कहा की कीमतों के पीछे मांग और पूर्ति के बीच अंतर के कारण ऐसा हुआ है। बारिश और बाढ़ की वजह से काफी फसर का नुकसान हुआ है। हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताते हुए कहा है कि नवंबर के अंत तक इससे राहत मिल जाएगी।
पिछले एक सप्ताह में बढ़ी किमतें
गौरतलब है कि प्याज के दामों में एक बार फिर बढ़ोतरी हुई है। पिछले एक सप्ताह के भीतर बड़ी तेजी से प्याज के दामों में उछाल आया है। देश की राजधानी दिल्ली में प्याज 80 से 100 रुपये प्रति किलोग्राम तक मिल रही है। कई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि महाराष्ट्र में आई भारी बारिश के कारण प्याज की कीमत महंगी हुई हैं। बारिश के बाद से प्याज की सप्लाई कम हो गई है।
आज (बुधवार) केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान ने बढ़ती प्याज की कीमतों और प्याज आयात के मुद्दे पर उपभोक्ता मामलों के सचिव एके श्रीवास्तव और खाद्य सचिव रविकांत से मुलाकात की। बता दें कि कई राज्यों में प्याज की कीमत 90 रुपये से ज्यादा हो गई है। महाराष्ट्र से ही प्याज पूरे देश में भेजी जाती है। इसी बीच सरकार ने दावा किया है कि जल्द ही कीमतें कम हो जाएंगी।
बात करें देश की राजधानी दिल्ली की तो पिछले एक सप्ताह में प्याज का खुदरा मूल्य 45 प्रतिशत बढ़कर 80 रुपये किलो हो गया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, एक अक्टूबर तक प्याज का दाम 55 रुपये किलो था। पिछले साल की तुलना में प्याज का भाव में तीन गुना की वृद्धि हुई है। खबरों की मानें तो सरकार ने मिस्त्र, तुर्की और अफगानिस्तान में निजी आयात की सुविधा देने का फैसला किया है।