ज्यादा शुगर वाली खाने-पीने की चीज़ें इस्तेमाल करने से डायबिटीज़ का खतरा भी बढ़ जाता है। एडल्ट्स को करीब 30 ग्राम शुगर एक दिन में कंज्यूम करने की सलाह दी जाती है जबकि 4 से 6 साल के बच्चों के लिए ये मात्रा 19 ग्राम और 7 से 10 साल के बच्चों के लिए 34 ग्राम है। अगर आप मीठा खाने के बहुत ज्यादा शौक़ीन हैं और डायबिटीज़ जैसे इसके नुकसानों से भी बचे रहना चाहते हैं तो ऐसे 5 तरीके जिससे आप अपनी आदत बदले बिना रह सकते हैं डायबिटीज़ से दूर:
बाहर संभल कर खाएं: सबसे ज्यादा शुगर बाहर से खाने-पीने वाली चीज़ों के ज़रिये कंज्यूम की जाती हैं। ऐसे में थोड़े सी सतर्कता से आप मीठा खाकर भी बीमारियों से बचे रह सकते हैं। आपको करना बस इतना है कि स्पैगिटी सॉस और मियोनीज़ की जगह ऑर्गनिक योगार्ट इस्तेमाल करें और ऐसी दुकानों पर खाएं जो अपने सॉस खुद तैयार करते हैं। घर में बने सॉस में अपेक्षाकृत कम शुगर होती है।
कम-कम खाइए लेकिन जरूर खाइए: डायबिटीज है और लो ब्लड शुगर जैसी दिक्कतों से जूझना पड़ता है तो साथ में चॉकलेट बार या मीठी बिस्किट्स का पैकेट रखिए। थोड़ा-थोड़ा खाइए लेकिन खाना अवॉयड मत कीजिये। नाश्ता, लंच और डिनर के आलावा दोपहर और शाम में स्नैक्स भी लीजिए। तीन घंटे से ज्यादा बिना खाए मत रहिए नहीं तो लो ब्लड शुगर की दिक्कत को झेलना ही पड़ेगा।
दिन में दूसरी बार कॉफी या चाय पीने से बचें: चाय या कॉफी के ज़रिये आप जो कैफीन कंज्यूम करते हैं अब उस पर भी कंट्रोल करने का समय आ गया है। चाय या कॉफी पीने से शरीर में एड्रिलिन और कोरिस्टोल हारमोन का स्त्राव होता है जिससे इन्सुलिन का स्त्राव अफेक्ट होता है। चाय या कॉफ़ी आपमें ज्यादा शुगर कंज्यूम करने की आदत को भी बढ़ावा देती हैं।
कार्बोहाइड्रेट के साथ डाइट में शामिल करें प्रोटीन: ये तो सब जानते हैं कि शरीर में पहुंचने के बाद कार्बोहाइड्रेट ही टूटकर शुगर में तब्दील हो जाता है। लेकिन आप जितना प्रोटीन का इस्तेमाल करेंगे वो कार्बोहाइड्रेट के शुगर में तब्दील होने की प्रक्रिया को उतना ही धीमा और नियंत्रित कर देगा। आप डाइट में मूंगफली जैसी चीज़ों को शामिल कर ऐसा कर सकते हैं।
‘कम्फर्ट’ डाइट से बचें: आप जब भी स्ट्रेस्ड फील करते हैं कुछ मीठा खाना चाहते हैं और ज्यादातर लोग मीठा खाते भी हैं। स्ट्रेस की सिचुएशन में मीठे को ‘कम्फर्ट फ़ूड’ कहा जाता है, क्योंकि मीठा खाने से आप राहत महसूस करते हैं। लोग सिर्फ स्ट्रेस में ही नहीं, बोर होने, अकेले होने, दुखी होने और गुस्सा होने पर भी कम्फर्ट इटिंग करते हैं। बस आपको करना इतना है कि इसका दूसरा रास्ता निकालें और मीठा खाने की जगह किसी दूसरी एक्टिविटी में खुद को व्यस्त कर लें।