मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुहर्रम के बाद अब भैया दूज के दिन कैबिनेट की बैठक बुलाने का फरमान सुनाया है। इसमें कई नीतिगत प्रस्तावों पर निर्णय की संभावना है।योगी ने 10 सितंबर को मुहर्रम की छुट्टी के बावजूद कैबिनेट की बैठक बुलाई थी। उस बैठक में भीड़ हिंसा व एसिड अटैक जैसे मामलों में मुआवजे का 25 प्रतिशत हिस्सा तत्काल अंतरिम सहायता के तौर पर देने व धान खरीद नीति सहित कई महत्वपूर्ण निर्णय हुए थे।
मुहर्रम के दिन कैबिनेट बैठक करने पर किसी ने खुलकर तो कुछ नहीं कहा, लेकिन सचिवालय में कई कर्मचारियों व अफसरों तक को यह कहते सुना गया कि क्या किसी हिंदू त्योहार के दिन यह सरकार ऐसा कर सकती है।
शासन के एक अधिकारी कहते हैं कि शायद मुख्यमंत्री तक ये बातें पहुंची थी। इसीलिए उन्होंने भैया दूज के दिन कैबिनेट की बैठक बुलाई है। यह बैठक इसलिए भी अहम है क्योंकि भाई दूज की छुट्टी दिवाली से जुड़ी हुई है। लगातार चार दिन की छुट्टी का आखिरी दिन है।
इस त्योहार में बाहर रहने वाला हर कामकाजी अपने घर व शुभचिंतकों से मिलने का प्रोग्राम बनाता है। इस दिन कैबिनेट बैठक से कुछेक लोगों को असुविधा हो सकती है, लेकिन योगी ने संदेश तो दे ही दिया है। उन्होंने सचिवालय में दिवाली की छुट्टी से पहले ही 29 अक्तूबर की शाम को होने वाली कैबिनेट बैठक का निर्णय सुना दिया था।