भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 69,878 नए मामले सामने आए हैं और 945 लोगों की मौत हो गई है। भारत का कोविड -19 संक्रमण का आंकड़ा 2,975,701 पहुंच गया है। देश में मरने वालों की कुल संख्या 55,794 है।
भारत में कोरोना संक्रमित मरीज तेजी से ठीक हो रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक शुक्रवार को 24 घंटे में रिकॉर्ड 62,282 मरीज ठीक हुए। अब तक कुल 21 लाख 58 हजार मरीज रिकवर हो चुके हैं। दुनिया के दूसरे देशों का उदाहरण देखें तो भारत कोविड-19 के पीक के नजदीक पहुंच चुका है। इसका मतलब है कि अब मरीजों की संख्या घटने लगेगी।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि देश में रिकवरी रेट अब 74 पर्सेंट (21 अगस्त को 74.28% रिकवरी) से अधिक हो चुकी है। 33 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में रिकवरी रेट 50 पर्सेंट से पार है। मंत्रालय ने यह भी बताया कि देश में कोरोना से मृत्यु की दर दुनिया के औसत से कम है और इसमें लगातार गिरावट आ गई है। कोरोना मृत्यु दर अब 1.89 पर्सेंट है।
तो क्या भारत कोविड-19 के पीक पर पहुंचने वाला है? या पीक पर पहुंच चुका है? स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) ने एक ताजा विश्लेषण में दुनिया के दूसरे देशों का जो उदाहरण दिया है उसके मुताबिक भारत भी अब बेहतरी की ओर बढ़ रहा है।
एसबीआई ने 17 अगस्त को जारी रिपोर्ट में कहा है, ”भारत में 30 जुलाई से 15 अगस्त के बीच 10 लाख केस दर्ज किए गए यानी प्रतिदिन औसतन 58 हजार केस। अब भी एक बड़ा सवाल है कि भारत कब पीक पर पहुंचेगा? कुछ देशों के पीक डेटा और रिकवरी रेट के आधार पर हम मानते हैं कि भारत तब पीक पर पहुंचेगा जब रिकवरी रेट 75 पर्सेंट के पार हो जाए। विभिन्न देशों का औसत यही है।”