भारत में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 23000 से अधिक नए मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 23285 नए मामले सामने आए हैं। इसी के साथ देशभर में कोरोना से कुल संक्रमितों का आंकड़ा 11308846 पहुंच गया है। देश में कोरोना वायरस के संक्रिय मामलों में भी तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिली है। पिछले 24 घंटे में 8011 केस की बढ़ोतरी के बाद पूरे देश में एक्टिव केसों की संख्या 197237 पहुंच गई है। बता दें कि महाराष्ट्र समेत कुछ राज्यों में हाल के समय में नए केस में हुई वृद्धि के बाद एक्टिव केसों में भी बढ़ोतरी देखने को मिली है।
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक देशभर में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से 117 लोगों की मौत हुई है, जबकि 15157 लोग इस महामारी से ठीक हुए हैं और उनको अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। देशभर में अभी तक 1,09,53,303 लोग कोरोना को मात दे चुके हैं तो वहीं, इस महामारी से मरने वालों का आंकड़ा 1,58,306 पहुंच गया है। गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है, जहां इस महामारी ने फिर से पैर पसारना शुरू कर दिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने महाराष्ट्र की मौजूदा स्थिति को बहुत चिंताजनक बताया।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों को सावधान और सतर्क रहने तथा लापरवाही नहीं बरतने की सलाह दी क्योंकि महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने संवाददाता सम्मेलन में खासकर महाराष्ट्र में कोरोना वायरस की स्थिति को चिंताजनक बताया। उन्होंने 15 से 21 मार्च तक नागपुर में लगाए गए लॉकडाउन का हवाला देते हुए कहा, ”हम ऐसे हालात में पहुंच रहे हैं जहां (कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए) फिर से ये कदम उठाए गए हैं।
पॉल ने कहा, महाराष्ट्र में मामलों में बढ़ोतरी पर हम बहुत चिंतित हैं। इस वायरस को हल्के में नहीं लें। यह अनपेक्षित रूप से आ सकता है। अगर हमें संक्रमण से मुक्त रहना है तो कोविड-19 के संदर्भ में उचित तौर-तरीका, रोकथाम रणनीति अपनाने के साथ टीकाकरण का रास्ता अपनाना होगा। उन्होंने सलाह दी कि ऐसे जिले जहां पर कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं वहां पर पात्र लोगों के टीकाकरण के काम में तेजी लानी होगी।