प्रेसिडेंट इलेक्ट जो बाइडेन ने पूर्व आर्मी जनरल लॉयड ऑस्टिन को नया रक्षा मंत्री (डिफेंस सेक्रेटरी) नियुक्त किया है। लॉयड अमेरिका के पहले अश्वेत जनरल होंगे जो पेंटागन का जिम्मा संभालेंगे। बाइडेन अब ऑस्टिन का नाम कांग्रेस के सामने रखेंगे। कांग्रेस की मंजूरी के बाद ऑस्टिन पद संभालेंगे। वे इराक युद्ध में अमेरिकी सेना की कमान संभाल चुके हैं। इसके अलावा उन्हें सीरिया, अफगानिस्तान और यमन में भी काम करने का अनुभव है।
चीफ ऑफ स्टाफ रह चुके हैं ऑस्टिन
CNN के मुताबिक, 67 साल के ऑस्टिन को अमेरिका के सबसे बेहतरीन आर्मी जनरलों में से एक माना जाता है। वे चीफ ऑफ स्टाफ भी रह चुके हैं। इसके अलावा वे यूनाइटेड स्टेट्स सेंट्रल कमांड को भी लीड कर चुके हैं। उनकी नियुक्ति को कांग्रेस की मंजूरी इसलिए भी जरूरी है क्योंकि वे चार साल पहले ही रिटायर हुए हैं। क्योंकि, केंद्रीय कानूनों के मुताबिक, रिटायर होने के सात साल बाद ही किसी पूर्व आर्मी जनरल को केंद्र सरकार में यह भूमिका सौंपी जा सकती है।
तीन नाम थे दौड़ में
कई दिनों से तीन नाम डिफेंस सेक्रेटरी की दौड़ में थे। माइकल फ्लोरिनी और जेह जॉनसन भी इस रेस में थे। माइकल बराक ओबामा के दौर में अंडर सेक्रेटरी डिफेंस रह चुके हैं। वहीं, जॉनसन पूर्व होमलैंड सिक्योरिटी चीफ रह चुके हैं। लेकिन, अचानक लॉयड ऑस्टिन का नाम सामने आया और सोमवार रात बाइडेन ने उनका नाम फाइनल कर दिया।
ऑस्टिन की भूमिका अहम होगी
ट्रम्प एडमिनिस्ट्रेशन के दौरान अमेरिका और चीन के बीच कई मुद्दों पर गंभीर तनाव रहा। ताइवान और दक्षिण चीन सागर में तो दोनों देशों की फौजें आमने-सामने आ गईं थीं। अमेरिकी वॉरशिप अब भी इस इलाके में तैनात हैं। चीन ने आरोप लगाया था कि अमेरिकी फाइटर जेट्स उसके इलाके के करीब उड़ान भर रहे हैं। कोरोना के दौर में अमेरिकी जनता चीन को अपना सबसे बड़ा दुश्मन और खतरा मान रही है। लिहाजा, बाइडेन पर दबाव होगा कि वे चीन के प्रति सख्त रुख अपनाएं। कैम्पेन के दौरान वे चीन को लेकर बेहद सख्त रुख अपनाने के संकेत भी दे चुके हैं।