बिहार के पटना स्थित मुख्य सचिवालय में आग लगने की घटना पर राजनीति तेज हो गई है। बिहार विधानसभा चुनाव के दौरे के दौरान राजद नेता तेजस्वी यादव और रालोसपा के उपेंद्र कुशवाहा ने घटना के जांच की मांग की है।
इससे पहले कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भी सचिवालय स्थित ग्रामीण विकास विभाग के कार्यालय में आग लगने की घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए आरोप लगाया कि घोटालों को दबाने के लिए जानबूझकर आग लगायी गयी है। आगे और भी देखिए कई विभागों में ऐसी घटनाएं देखने को मिल सकती है।
ग्रामीण विकास विभाग में आग लगी नहीं, लगाई गई: गगन
वहीं राजद के प्रदेश प्रवक्ता चितरंजन गगन ने आरोप लगाया है कि सचिवालय के ग्रामीण विकास विभाग में आग लगी नहीं बल्कि सुनियोजित योजना के तहत लगाई गई है। ऐसा विभाग में हुई गड़बड़ियों को छुपाने के लिए किया गया है। श्री गगन ने कहा कि सत्तासीन लोगों को इस बात का एहसास हो गया है कि अब उनकी सरकार दोबारा आने वाली नहीं है। तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व में बनने वाली महागठबंधन सरकार अन्य विभागों सहित ग्रामीण विकास विभाग में भी हुए घोटालों की जांच कराएगी। राजद प्रदेश महासचिव भाई अरुण ने भी अपने बयान में कहा है कि विभाग में आग लगी नहीं, लगाई गई है। बिहार की चुनावी हवा का रुख भांप सत्तापक्ष की नींद उड़ गई है।
आापको बता दें कि मुख्य सचिवालय स्थित ग्रामीण विकास विभाग के कई कमरों में सोमवार की देर रात आग लग गई थी। आग इतनी तेज थी कि लपटें दूर से ही दिख रही थीं। इससे विभागीय प्रधान सचिव के सेल समेत आसपास के कमरों के फर्नीचर, कई कंप्यूटर और फाइलें आदि जल गई हैं। कई दमकलों के घंटों मशक्क्त के बाद आग पर काबू पाया जा सका। इस संबंध में विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने कहा कि आग लगने का कारण जानने और इससे हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए विभाग की कमेटी गठित कर दी गई है। दो-तीन दिनों के अंदर कमेटी अपनी रिपोर्ट देगी। उन्होंने कहा कि क्या-क्या जला है, इसकी जानकारी कमेटी की छानबीन के बाद ही हो सकेगी।