कानपुर। बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के खास अमर दुबे की पत्नी खुशी को किशोर न्याय बोर्ड ने नाबालिग घोषित कर दिया है। 12 अगस्त को खुशी के अधिवक्ता शिवाकांत दीक्षित ने विशेष न्यायाधीश दस्यु प्रभावित क्षेत्र (कानपुर देहात एंटी डकैती कोर्ट) में प्रार्थना पत्र देकर खुशी के नाबालिग होने के संबंध में साक्ष्य दिए थे।
इस पर कोर्ट ने खुशी की उम्र के निर्धारण के लिए फाइल किशोर न्याय बोर्ड को स्थानांतरित कर दी थी। खुशी के अधिवक्ता शिवाकांत दीक्षित ने सुनवाई के दौरान बोर्ड में तर्क रखा कि खुशी की उम्र लगभग 16 वर्ष 10 माह है।
शैक्षिक प्रमाण पत्रों से इसकी पुष्टि भी होती है। खुशी ने कक्षा 5 व 8 की परीक्षा शास्त्री नगर स्थित मां सरस्वती विद्यालय से तथा कक्षा 9 व 10 की परीक्षा पनकी स्थित शहीद चंद्रशेखर आजाद इंटर कॉलेज से पास की।
शैक्षिक प्रमाणपत्रों के आधार पर खुशी का जन्म 21 अगस्त 2003 को हुआ था। उम्र की पुष्टि के लिए हाई स्कूल का प्रमाण पत्र व अन्य शैक्षिक प्रमाण पत्र भी पेश किए। साक्ष्यों के आधार पर बोर्ड ने खुशी को नाबालिग मान लिया है।
विकास दुबे के खास अमर दुबे को हमीरपुर में एसटीएफ ने मार गिराया था। पुलिस ने उसकी पत्नी खुशी को भी साजिश में शामिल होने के आरोप में जेल भेज दिया था। अमर और खुशी की शादी 29 जून को हुई थी। 30 को वह बिकरू पहुंची थी। दो जुलाई की रात घटना हो गई।
ऐसे में खुशी के खिलाफ कोई सुबूत न मिलने पर पुलिस ने उसे रिहा कराने की तैयारी की थी कि इस बीच विकास के साथी शशिकांत की पत्नी मनु की कॉल रिकॉर्डिंग वायरल हो गईं। इसके बाद खुशी भी जांच के घेरे में आ गई।