असम में दूसरे राउंड की वोटिंग के बाद बीजेपी नेता से जुड़ी कार में में ईवीएम ले जाने का आरोप लगने पर चुनाव आयोग ने 4 अधिकारियों को सस्सेंड कर दिया है। इन 4 अफसरों में से एक पीठासीन अधिकारी भी है। दरअसल गुरुवार को मतदान के बाद करीमगंज जिले में बीजेपी कैंडिडेट से जुड़ी एक कार में ईवीएम मशीन मिलने का आरोप लगा था और हिंसा फैल गई थी। यही नहीं कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी कई ट्वीट कर चुनाव आयोग से इस मामले में निर्णायक कार्रवाई की जाने की मांग की थी। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चुनाव आयोग की कार खराब होने के चलते पोलिंग एजेंट्स ने बीजेपी नेता से जुड़ी कार से लिफ्ट ले ली थी।
चुनाव आयोग ने कहा है कि जांच में सभी ईवीएम पूरी तरह सुरक्षित पाई गई हैं। उनकी सील नहीं टूटी है। आयोग ने बताया कि ईवीएम समेत बीयू, सीयू और वीवीपैट को स्ट्रॉन्ग रूम में सुरक्षित जमा कर दिया गया था। हालांकि इसके बाद भी एहतियात के तौर पर रताबारी विधानसभा सीट के पोलिंग स्टेशन इंदिरा एम.वी. स्कूल के पोलिंग बूथ नंबर 149 पर दोबारा मतदान कराने का फैसला लिया गया है। इसके अलावा विशेष पर्यवेक्षक से पूरे मामले में रिपोर्ट भी मांगी गई है। दरअसल गुरुवार शाम को गुवाहाटी स्थित एक पत्रकार ने बीजेपी नेता से जुड़ी कार में ईवीएम मिलने का वीडियो ट्वीट किया था। यही नहीं कथित तौर पर ईवीएम पाए जाने पर भीड़ ने कार को घेर लिया था।
अचानक कार खराब होने पर ली थी लिफ्ट, छिड़ गया विवाद
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक करीमगंज जिले की रतबारी विधानसभा सीट पर वोटिंग के बाद जब पोलिंग टीम ईवीएम लेकर जा रही थी तो कार खराब हो गई। पोलिंग टीम स्ट्रॉन्ग रूम की ओर जा रही थी। कार खराब होने पर टीम की ओर से चुनाव आयोग से दूसरी गाड़ी की मांग की गई। पोलिंग अफसरों की ओर से दूसरी गाड़ी की व्यवस्था की बात कही गई थी, लेकिन तब तक उन्होंने बीजेपी नेता से जुड़ी एक कार से लिफ्ट ले ली थी।
50 से ज्यादा लोगों की भीड़ ने बोल दिया था कार पर हमला
यह पूरा मामला गुरुवार रात को सामने आया, जब एक कार में ईवीएम मिलने पर 50 से ज्यादा लोगों की भीड़ की ओर से पत्थरबाजी की बात सामने आई। हमले में कार के शीशे टूट गए। यह कार करीमगंज जिले की ही पाथरकंडी विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार कृष्णेंदु पॉल से जुड़ी हुई थी। हालांकि अब तक बीजेपी नेता की ओर से इस संबंध में कोई बयान नहीं आया है।