ब्रिटेन की एक अदालत ने भारतीय मूल के 28 वर्षीय एक व्यक्ति को पत्नी की हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। पति ने पत्नी की ताबड़तोड़ चाकू मारकर हत्या कर दी और उसका शव पास के सड़क के फुटपाथ पर ले जाकर छोड़ दिया। सोमवार को ब्रिटेन की एक अदालत ने पति को हत्या का दोषी मानते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
लीसेस्टरशायर क्राउन कोर्ट को बताया गया कि कशिश अग्रवाल ने इस साल तीन मार्च को मध्य इंग्लैंड के लीसेस्टर में विंटर्सडेल रोड पर स्थित अपने घर पर पत्नी गीतिका गोयल पर चाकू से हमला किया था। उसने पत्नी की हत्या के बाद उसके शव को गीतिका की कार की डिक्की में रखकर लगभग आधा मील की दूरी पर उप्पिंघम क्लोज तक ले जाकर फुटपाथ पर छोड़ दिया और वह वापस घर लौट गया था।
अग्रवाल को अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है जिसके तहत वह कम से कम 20 वर्ष छह महीने जेल की सजा भुगतने के बाद ही पैरोल पर छूट सकेगा। लीसेस्टरशायर पुलिस में ईस्ट मिडलैंड्स स्पेशल ऑपरेशन यूनिट की निरीक्षक जेनी हेग्स ने कहा कि ‘सजा से गीतिका वापस तो नहीं आ सकेगी लेकिन मुझे उम्मीद है कि इससे गीतिका के परिवार को न्याय जरूर मिलेगा।’
उन्होंने कहा, ‘गीतिका महज 29 वर्ष की थी जिसकी हत्या उस व्यक्ति ने कर दी जिस पर उसे विश्वास था और उसने उसके शव को सड़क पर डाल दिया था।’ अग्रवाल ने अपने अपराध को छुपाने के लिए अपनी पत्नी के फोन से उसके परिवार एवं दोस्तों को कॉल किया और कहा कि शाम को काम से घर लौटने के बाद उसने अपनी पत्नी को नहीं देखा है।
इसके बाद गीतिका के भाई ने पुलिस को उसके लापता होने की सूचना दी थी। अगली सुबह चार मार्च को पुलिस को किसी ने सूचना दी कि एक महिला उप्पिंघम क्लोज में फुटपाथ पर पड़ी है। गीतिका गोयल की गर्दन, कंधे, छाती और हाथ में चाकू के कई जख्म पाए गए। मौके पर ईस्ट मिडलैंड्स की एंबुलेंस सेवा भी उपस्थित थी, जिसने गोयल को घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया।
जिसके बाद हत्या की जांच शुरू की गई, जिसमें अग्रवाल को शुरू में एक महत्वपूर्ण गवाह के रूप में माना जा रहा था। लेकिन शुरुआती पूछताछ के कुछ ही देर बाद उसे हत्या के संदेह में गिरफ्तार कर लिया गया। सीसीटीवी फुटेज की जांच में पति अग्रवाल को गोयल की कार चलाते हुए पाया गया, जिसमें पत्नी के शव को रखकर वह उसे फुटपाथ पर फेंकने जा रहा था। इसके बाद अग्रवाल पर पत्नी की हत्या का आरोप लगाया गया और छह मार्च को उसे हिरासत में भेज दिया गया था।