भारतीय टीम के स्पिनर युजवेंद्र चहल ने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी के संन्यास की खबर ने सभी को चौंकाया था। उन्होंने कहा कि धोनी के रिटायरमेंट की बड़ी वजह कोरोना महामारी के कारण बदला माहौल है। वरना वे टी-20 वर्ल्ड कप खेलना चाहते थे।
धोनी ने स्वतंत्रता दिवस के दिन इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। इसके एक घंटे बाद सुरेश रैना ने भी रिटायरमेंट ले लिया था। धोनी ने पिछला मैच जुलाई 2019 में वनडे वर्ल्ड कप का फाइनल खेला था।
मैं धोनी को अब भी खेलते देखना चाहता हूं: चहल
चहल ने एक न्यूज चैनल से कहा, ‘‘धोनी के रिटायरमेंट की खबर बहुत चौंकाने वाली थी। मेरा मानना है कि उनके इस फैसले में कोरोना की भी बड़ी भूमिका रही है। वरना धोनी टी-20 वर्ल्ड कप खेलना चाहते थे। मैं उन्हें अब भी खेलते हुए देखना चाहता हूं, क्योंकि उनके कारण ही कुलदीप यादव और मैं सफल हो सके हैं।’’
धोनी पिच के मिजाज को पहली बॉल से समझ जाते हैं
उन्होंने कहा, ‘‘विकेट के पीछे से उन्होंने हमारी बहुत मदद की, जिसका हमें बहुत फायदा मिला। अगर धोनी मैदान पर होते हैं, तो हमारा 50% काम पहले ही हो चुका होता है। धोनी पिच का मिजाज बहुत अच्छे से समझ जाते हैं। इस कारण हमें पहली बॉल से ही काफी मदद मिलती है। वरना धोनी की गैरमौजूदगी में हमें पिच को समझने के लिए कम से कम दो ओवर बॉलिंग करनी होती है।’’
धोनी महान कप्तान, विकेटकीपर और बल्लेबाज थे: श्रीनिवासन
वहीं, बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष एन श्रीनिवासन ने कहा, ‘‘धोनी के संन्यास के फैसले के साथ ही एक युग का अंत हो गया है। उनकी कप्तानी में भारत ने 2007 में टी-20 और 2011 में वनडे वर्ल्ड कप जीता है। साथ ही चैम्पियंस ट्रॉफी भी अपने नाम की है। वे महान कप्तान, विकेटकीपर और आक्रामक बल्लेबाज थे। उनके पास हासिल करने के लिए कुछ नहीं बचा था। धोनी से पूरी टीम प्रेरित होती थी।’’
धोनी ने 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी-20 वनडे खेले
धोनी ने अब तक 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी-20 खेले हैं। इसमें उन्होंने 4876, 10773 और 1617 रन बनाए हैं। धोनी ने आईपीएल में अब तक 190 मैच में 4432 रन बनाए हैं। उनकी कप्तानी में सीएसके ने लगातार दो बार 2010 और 2011 में आईपीएल का खिताब जीता था।