लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमण जारी है। शहर में इससे सम्बंधित मरीज लगातार मिल रहे है। वहीं चारबाग रेलवे स्टेशन भी कोरोना का गढ़ बन चुका है। यहां के आठ जीआरपी सिपाही समेत आरपीएफ का एक जवान भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गया है। जबकि पिछली बार एक संक्रमित आरपीएफ जवान के बेटा और बेटी में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जिनकी उम्र 10 वर्ष से कम बताई गई है। चारबाग रेलवे स्टेशन पर अब तक जीआरपी के सोलह व आरपीएफ के दो सिपाही कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। वहीं लगातार चारबाग रेलवे स्टेशन पर डयूटी पर तैनात जीआरपी व आरपीएफ के सिपाहियों में डर बना हुआ है। माना जा रहा है कि बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों के संपर्क में आने से ये लोग संक्रमित हुए हैं।
कैसरबाग के गोलागंज में शुक्रवार को मृतक महिला की बेटी व फूलबाग में ब्रेन हेमरेज पीडि़त मृतक वृद्धा में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। जबकि एक प्रवासी मजदूर भी संक्रमित पाया गया है। राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 386 तक पहुंच गई है। सीएमओ प्रवक्ता योगेश रघुवंशी के मुताबिक रविवार को 14 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। सर्विलांस व कांटेक्ट ट्रेसिंग के आधार पर 148 लोगों का सैम्पल टीम ने लेकर जांच के लिए केजीएमयू भेजा है।
उन्होंने बताया कि पान दरीबा, दुर्गापुरी, बांसमंडी, चारबाग, कमला द्विवेदी आश्रम, अकबर हाता आदि क्षेत्रों में रविवार को संक्रमण से मुक्ति के लिए 3 सदस्यीय 15 टीमें और 15 सुपरवाइजर की टीमों द्वारा कार्य किया गया। वहीं टीम ने घर-घर जाकर लोगों को जागरूक किया। टीम द्वारा 1422 घर का भ्रमण कर 6097 जनसंख्या को आच्छादित किया गया। इसके अलावा 2 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है।