तेजपुर। अरुणाचल प्रदेश से लापता हुए पांच युवकों को लेकर बड़ी जानकारी सामने आई है। तेजपुर के डिफेंस पीआरओ लेफ्टिनेंट कर्नल हर्ष वर्धन पांडे ने बताया कि भारत की तरफ से 2 सितंबर 2020 को अनजाने में जो युवक दूसरी तरफ (चीन) चले गए थे, उनका पता लगा लिया गया है। भारत की तरफ के ये पांच युवक गलती से एलएएसी पार कर गए थे। चीनी सेना ने मंगलवार को माना है भारत के पांच लापता युवक उनकी तरफ मिले हैं। उनको वापस लाने के लिए चीनी सेना के साथ औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं।
वहीं, इसके पहले केंद्रीय मंत्री व अरुणाचल प्रदेश से सांसद किरेन रिजिजू ने भी कहा था कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने इसकी पुष्टि की है कि अरुणाचल प्रदेश से लापता पांच युवक उनकी ओर मिले हैं। उन्होंने कहा कि युवकों को हमारी अथॉरिटी को सौंपने का काम किया जा रहा है।
बता दें कि अरुणाचल प्रदेश के नाचो इलाके के पांच ग्रामीण युवक जंगल में शिकार करने गए थे, उन्हें कथित तौर पर पीएलए ने अगवा कर लिया गया था। ये युवक सेना के लिए कुली और गाइड का काम करते थे। बीते शुक्रवार को उनके परिजनों ने सोशल मीडिया पर उनके लापता होने की जानकारी दी थी। समूह के दो सदस्य घर लौटे और उन्होंने बाकी के पांच युवकों के परिवारों को बताया कि सेरा-7 से चीन के सैनिक उन्हें ले गए। नाचो मैकमोहन रेखा से लगा आखिरी प्रशासनिक परिक्षेत्र है और जिला मुख्यालय दापोरिजो से करीब 120 किलोमीटर दूर स्थित है।
जिन व्यक्तियों को चीनी सेना द्वारा कथित तौर पर अपहरण किया गया था उनकी पहचान तोच सिंगकाम, प्रसात रिंगलिंग, दोंग्तू इबिया, तानू बाकेर और एन दिरी के तौर पर हुई है। वहीं, सोमवार को चीन ने पांचों युवकों के बारे में सवालों से पल्ला झाड़ लिया था और कहा था कि उसने तथाकथित अरुणाचल प्रदेश को कभी मान्यता नहीं दी।