चीन ने रविवार को पाकिस्तान के लिए एक लड़ाकू जहाज लॉन्च किया है। चीन द्वारा बेचे जाने वाला अब तक का ये सबसे बड़ा लड़ाकू जहाज है। पाकिस्तान को भेजे जाने वाला ये पहला युद्धपोत है इसके अलावा चीन पाकिस्तान को तीन युद्धपोत और भेजने वाला है।
पाकिस्तानी लोकल मीडिया का कहना है कि टाइप 054A/P एक गाइडेड मिसाइल फ्रीगेट है जो अब तक ऐसा सबसे बड़ा लड़ाकू जहाज है जो चीन ने किसी विदेशी सेना को बेचा है। चीनी मीडिया ने बताया है कि इस लड़ाकू जहाज से पाकिस्तानी नौसेना के युद्ध की क्षमता दोगुनी हो जाएगी।
पाकिस्तान को चीन भेजेगा चार लड़ाकू जहाज
उम्मीद की जा रही है कि 2021 तक पाकिस्तान को ऐसे तीन और लड़ाकू जहाज भेजे जाएंगे। चीन के शंघाई के स्वामित्व वाली हडोंग झोंगहुआ शिपयार्ड में एक लॉन्च का आयोजन किया गया था जिसमें नौसेना के बडे़ अधिकारी शामिल थे। शिपयार्ड देश में सबसे बड़े बिल्डर, चीन स्टेट शिपबिल्डिंग कॉर्पोरेशन की कंपनी है। ये लॉन्च पाकिस्तान के विदेशी मंत्री शाह महमूद कुरैशी की उस चर्चा के बाद हुआ जिसमें उन्होंने चीनी विदेश मंत्री वांग यी के साथ भारतीय कश्मीर क्षेत्र को लेकर बात की।
राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी एक बैठक के बाद पाकिस्तानी राष्ट्रपति आरिफ अल्वी से रिकॉर्ड संदेश में पाकिस्तान को एक “अच्छा भाई” और एक “अच्छा साथी” बता चुके हैं। भारत पाकिस्तान और चीन दोनों से ही सीमा विवाद को लेकर लगातार जूझ रहा है और इसलिए भारत अपने दोनों पड़ोसियों पर कड़ी नजर बनाए हुए हैं।
लड़ाकू जहाज की खास बातें
“यह ध्यान देने वाली बात है कि पाकिस्तान ने 054A / P को F-22P फ्रिगेट के उत्तराधिकारी के रूप में खरीदा है और F-22P फ्रिगेट, 053H3 फ्रिगेट के आधार पर ये चीन द्वारा विकसित एक निर्यात मॉडल है। चीन 054A फ्रेट को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बढ़ावा देने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है।”
विशेषज्ञों का मानना है कि 054A मॉडल चीनी नौसेना का बेस्ट फ्रीगेट है। इस लड़ाकू विमान में 4 हज़ार टन मैट्रिक का डिस्प्लेसमेंट है और इसमें अच्छे रडार और मिलाइलों लो की सुविधा उपलब्ध है। टाइप 054A एक मल्टी-रोल फ्रिगेट है, इस लड़ाकू जहाज को चीनी नौसेना की रीढ़ की हड्डी के रूप में देखा जाता है। पीएलए के नेवल मिलिट्री स्टडीज रिसर्च इंस्टीट्यूट के एक वरिष्ठ शोधकर्ता काओ वेइदॉन्ग ने बताया कि ऐसा लगता है कि नए जहाज पर सभी हथियार और रडार चीन में बनाए जाएंगे जो उद्योग में हमारी प्रगति, तकनीक, क्षमता और पाकिस्तानी नौसेना के आत्मविश्वास को दर्शाता है।