कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते हरियाणा सरकार ने 31 मार्च तक हरियाणा में सभी विश्ववद्यालय और महाविद्यालयों को बंद रखने का फैसला लिया है। उच्च शिक्षा निदेशालय ने शुक्रवार को राज्य के सभी कॉलेजों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं।
साथ ही कोरोना वायरस के चलते गुरुग्राम के सेक्टर-109 स्थित ज्ञानंदा स्कूल ने भी 31 मार्च तक कक्षा एक से सातवीं तक के विद्यार्थियों की छुट्टी की घोषणा कर दी है।स्कूल प्रबंधन की ओर से शुक्रवार को अभिभावकों को मेल भेजकर इसकी जानकारी दी गई है।
गुरुग्राम में जांच केंद्र नहीं, केवल सैंपल लेने की सुविधा
गुरुग्राम में कोरोना वायरस की जांच के लिए कोई भी जांच केंद्र नहीं है। सेक्टर-10 नागरिक अस्पताल और सेक्टर-31 में पॉलीक्लीनिक में सैंपल लिए जाने की सुविधा दी गई है। इन सैंपलों को जांच के लिए दिल्ली एम्स, रोहतक पीजीआई और पुणे भेजा जाएगा। अगर कोई संदिग्ध व्यक्ति जिसकी 14 दिन की विदेश की ट्रैवल हिस्ट्री या फिर परिवार, कंपनी में कोई कोरोना वायरस से पीड़ित है, ऐसे व्यक्तियों की जांच के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर रैपिड एक्शन टीम का गठन किया गया है। यह टीम संदिग्ध मरीज के घर या फिर कंपनी में जाकर जांच करेगी।
अधिक जानकारी के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से हेल्पलाइन नंबर 9911519296 दिया गया है। वहीं निजी अस्पतालों को संदिग्ध की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को देनी होगी। निजी अस्पताल किसी भी मरीज की कोरोना वायरस से पीड़ित होने की पुष्टि नहीं करेगा, लेकिन उनका इलाज करेगा।
हरियाणा ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित किया
विश्व स्वास्थ्य संगठन की ओर से नए कोरोनोवायरस (कोविड-19) को महामारी घोषित करने के बाद दिल्ली से सटे हरियाणा ने भी गुरुवार को घातक कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया है। कोरोना को महामारी घोषित करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है।
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने गुरुवार को यह जानकारी दी। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने एक ट्वीट में कहा, “कोविड-19 हरियाणा में महामारी घोषित किया गया है।”
राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, बुधवार तक 44 संदिग्ध मामलों के नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है, जिनमें में 38 की रिपोर्ट निगेटिव आई हैं और छह रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
इसके साथ ही अब हरियाणा के हर स्कूल, कॉलेज, नर्सिंग होम, अस्पतालों एवं अन्य शिक्षण संस्थानों में ऐसे व्यक्ति ढूंढे जा रहे हैं, जिन्होंने बीते 14 दिन के अंदर विदेश यात्रा की है। सरकार ने ऐसे तमाम लोगों से स्वयं को अगले 14 दिन तक घर के अंदर खुद को अलग-थलग रखने की अपील की है।
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्यपाल ने कोरोना वायरस को लेकर नई रेगुलेशंस जारी की है। राज्यपाल द्वारा जारी किए गए इस आदेश को हरियाणा महामारी कोविड-19 रेगुलराइजेशन 2020 नाम दिया गया है। हरियाणा सरकार के इस निर्णय के साथ ही हर जिले में कोरोना वायरस की पड़ताल की जा रही है। प्रत्येक जिले के जिला अधिकारी, एसडीएम, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मुख्य सर्जन व सिविल सर्जन अधिकारियों को कोरोना वायरस की रोकथाम की जिम्मेदारी दी गई है।
हरियाणा के राज्यपाल ने अपने आदेश में कहा कि राज्य के प्रत्येक प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों के पास संदिग्ध रोगियों की स्क्रीनिंग की पूरी व्यवस्था होनी चाहिए ताकि रोगियों को तुरंत उपचार मुहैया कराया जा सके।
संदिग्ध रोगियों का डाटा बेस तैयार करने को कहा
हरियाणा के सभी अस्पतालों को अलर्ट जारी करते हुए कहा गया है कि अस्पताल में आने वाले संदिग्ध रोगियों का पूरा डाटा बेस तैयार किया जाए। ऐसे व्यक्तियों की पहचान की जाए जो विदेश से आए किसी संदिग्ध रोगी के संपर्क में आए थे अथवा कोरोना वायरस से प्रभावित देशों से लौटे किसी व्यक्ति के संपर्क में आए थे। ऐसे सभी व्यक्तियों को स्वयं अपने घरों में बाकी सभी से पृथक रहने के निर्देश दिए गए हैं।
वहीं ऐसे व्यक्ति जिनमें रोग के लक्षण हैं या वे स्वयं कोरोना वायरस से ग्रस्त देशों की यात्रा करके लौटे हैं, उन्हें अस्पतालों में 14 दिन के लिए पृथक रखने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
गौरतलब है कि हरियाणा, देश की राजधानी दिल्ली से सटा हुआ राज्य है। खास बात यह है कि हरियाणा से हर दिन लाखों लोग दिल्ली में नौकरी करने आते हैं। इसके अलावा हरियाणा से हजारों व्यक्ति ट्रेनों व ट्रकों में दूध एवं अन्य खाद्य सामग्री लेकर दिल्ली पहुंचते हैं। इसके अलावा दिल्ली से भी बड़ी तादाद में लोग हरियाणा के गुरुग्राम, फरीदाबाद जैसे औद्योगिक शहरों में नौकरी के लिए जाते हैं।
दुनियाभर में 4,624 लोगों की हुई मौत
जानकारी के मुताबिक, कोरोना वायरस विश्व स्वास्थ्य संगठन ने महामारी घोषित कर दिया है। दुनियाभर में 126,000 से अधिक लोग कोरोनोवायरस से संक्रमित हैं और 4,624 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं भारत में COVID-19 पॉजिटिव मामलों की संख्या गुरुवार सुबह 73 तक पहुंच गई है। सरकार ने देश में संक्रमण को कम करने के लिए शुक्रवार से 15 अप्रैल तक भारतीय मूल के विदेशियों के वीजा को निलंबित कर दिया है। वहीं सरकार ने भारतीयों से गैर जरूर यात्रा से बचने का आग्रह किया है।संसद में चर्चा के दौरान स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बताया कि पुणे में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी हमारी केंद्रीय संदर्भ प्रयोगशाला है। इसके बाद हमने 15 प्रयोगशालाओं के साथ शुरुआत की है क्योंकि यह एक नियमित परीक्षण नहीं है, इसका परीक्षण हर प्रयोगशाला में नहीं किया जा सकता है। देश भर में 51 प्रयोगशालाओं में और 56 स्थानों पर संग्रह केंद्रों में गतिविधियों का समन्वय किया जा रहा है।
कोरोना के चलते हवाई अड्डों पर यात्रियों की संख्या घटी
- नागर विमानन मंत्री हरदीप पुरी ने गुरुवार को लोकसभा में कहा कि कोरोना वायरस के चलते देश के प्रमुख हवाई अड्डों पर आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या में कमी आई है तथा आगे इसमें और भी कमी हो सकती है। सदन में प्रश्नकाल के दौरान मनीष तिवारी, दयानिधि मारन और कुछ अन्य सदस्यों के पूरक प्रश्नों के उत्तर में हरदीप पुरी ने कहा कि देश में 30 अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हैं। इन हवाई अड्डों पर रोजाना आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या औसतन 70 हजार थी जो कोरोना वायरस के मामले आने के बाद से घटकर 62 हजार रह गई