हरियाणा में बिना किसी गड़बड़ी के चुनाव संपन्न हों, इसके लिए चुनाव आयोग ने प्रदेश में सुरक्षा बलों की दस अतिरिक्त कंपनियां सौंपने का फैसला लिया है। विगत दिवस भारतीय निर्वाचन आयेाग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त के साथ बैठक में राजनीतिक दलों ने भी प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दौरान सुरक्षा के मद्देनजर सुरक्षा बलों की संख्या बढ़ाने की मांग की थी।
शुक्रवार को कानून व्यवस्था को और बेहतर बनाए रखने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा अर्धसैनिक बलों की 10 अतिरिक्त कंपनियां आंवटित कर दी गई है। इस अतिरिक्त तैनाती के साथ, राज्य में उपलब्ध केंद्रीय सुरक्षा बलों की कुल संख्या 130 हो गई है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) नवदीप सिंह विर्क ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा विधानसभा चुनाव के लिए सीआरपीएफ और एसएसबी की दो-दो, सीआईएसएफ की एक और कर्नाटक एसएपी व आईआरबी की पांच कंपनी को हरियाणा भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय सुरक्षा बलों की 130 कंपनियों के साथ हरियाणा पुलिस राज्य विधानसभा के लिए स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण चुनाव करवाने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
विर्क ने कहा कि पुलिस राज्य में संवेदनशील मतदान स्थलों की बारीकी से निगरानी कर रही है। सुरक्षा इंतजामों का विश्लेषण करने के बाद, उपलब्ध 130 केंद्रीय कंपनियों में से, सोनीपत जिले में 10, रोहतक और फरीदाबाद में 9-9, जींद में 8, झज्जर, भिवानी, हिसार, सिरसा और नूंह में 7-7 तथा कैथल और पलवल जिले में 6-6 कंपनी की तैनाती की जाएगी।
विर्क ने कहा कि पुलिस महानिदेशक, श्री मनोज यादव द्वारा पहले ही पडोसी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस प्रमुखों से मतदान शुरू होने के 72 घंटे पहले अंतरराज्यीय सीमा पर अधिकतम बलों को तैनात करने के लिए अनुरोध किया जा चुका है।
विर्क ने कहा कि एहतियात के तौर पर हमने चुनाव से पहले अंतरराज्यीय सीमाओं की सीलिंग सुनिश्चित करने के लिए पड़ोसी राज्यों से उनके एरिया में अधिकतम पुलिसबल की तैनाती की भी मांग की है। इसके अलावा, इस बार हम अपने एक पुलिसकर्मी को भी मतदान के आखिरी 72 घंटों में गैरकानूनी गतिविधियों को रोकने के लिए पड़ोसी राज्यों की पुलिस टीमों के साथ तैनात कर रहे हैं।