लखनऊ। आधा दर्जन भत्ते समाप्त किए जाने, महंगाई भत्ते में कटौती व एनपीएस में सरकारी अनुदान 4 प्रतिशत कम किए जाने सहित अन्य कई कर्मचारी विरोधी निर्णयों के खिलाफ मजदूर दिवस (1 मई) पर तमाम डाक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों ने विरोध प्रदर्शन किया। राजधानी के सिविल अस्पताल में सभी संवर्गों के कर्मचारियों ने एकजुट होकर सोशल डिस्टेंसिंग रखते हुए मोमबत्ती जलाकर अपना विरोध दर्ज कराया। इस दौरान कर्मचारियों ने वर्ष 1886 के मजदूर आंदोलन के शहीदों को भी याद किया।
कर्मचारियों ने सरकार को चेतावनी दी कि यदि कर्मचारियों के भविष्य के साथ कोई भी गलत निर्णय लिया जाता है तो कर्मचारी अगला बड़ा आंदोलन करने को विवश होंगे। इप्सेफ प्रवक्ता सुनील यादव के नेतृत्व में हुए आंदोलन में राजकीय फार्मेसिस्ट महासंघ के उपाध्यक्ष ओपी सिंह, फार्मेसिस्ट अजय कश्यप, सुधीर कुमार, रजनीश पांडेय, जिला सचिव महासंघ जीसी दुबे, चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष महेंद्र पांडे,
नच मेडिकल एंड पब्लिक हेल्थ मिनिस्ट्रियल एसोसिएशन जनपद शाखा लखनऊ के अध्यक्ष अखिलेश श्रीवास्तव, चतुर्थ श्रेणी के उपाध्यक्ष राजेंद्र दुबे, एक्स-रे टेक्नीशियन सत्य प्रकाश यादव, ईसीजी टेक्नीशियन ओमप्रकाश सिंह, डाटा ऑपरेटर जावेद, धीरज रावत, कंचन, जीवन, रामकेवल यादव सहित सैकड़ों कर्मचारी, नर्सेस, लैब तकनीशियन आदि सैकड़ो कर्मी इकट्ठा रहे।