लखनऊ। लॉकडाउन के बीच सोमवार को तेलंगाना से आई छह कोविड-19 संक्रमितों की मौत ने दिल्ली के साथ उत्तर प्रदेश में हड़कंप मचा दिया है। ये सभी मृतक दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके में हुई तब्लीगी जमात में शामिल हुए थे। मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आगरा व मेरठ का दौरा रद्द कर गाजियाबाद से लखनऊ लौटना पड़ा। उन्होंने कोरोना वायरस से निपटने के लिए बनी 11 समितियों व शासन के बड़े अफसरों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री ने कहा- जमात में शिकरत करने वालों को खोजा जाए और जो जहां मिलें, वहीं तत्काल क्वारैंटाइन किया जाए।
बेवजह घूमने वालों को आश्रय स्थल भेजा जाए
सीएम ने निर्देश दिया है कि, राशन वितरण प्रणाली और बैंकों से लेन देन के दौरान भीड़ इकट्ठा न होने दी जाए। पुलिस और होम गार्ड के जवानों की मदद से सारे हेल्थ प्रोटोकॉल पूरे कराए जाएं। सरकार के पास उन लोगों का पूरा आंकड़ा मौजूद है, जिन्हें उत्तर प्रदेश की सीमाओं से प्रदेश के अंदर अलग अलग हिस्सों में भेजा गया है, इन सभी लोगों को हर हाल में चिन्हित कर लिया जाए। इनको हर हाल में क्वारैंटाइन रखा जाए।
हर ज़िले में बड़ी संख्या में आश्रय स्थल बनाया जाएं। जो लोग भी लॉकडाउन का पालन करते हुए न दिखें और आश्रयहीन हो उन्हें इन आश्रय स्थलों में रखा जाए। जिन आश्रय स्थलों में सौ से ज्यादा लोग हों, वहां पर कम्युनिटी किचन शुरू किया जाए। जहां सौ से कम लोग हैं, वहां उनके लिए भोजन पैकेट का इंतज़ाम किया जाए।