लखनऊ। नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर विरोध प्रदर्शनों पर सरकार और कड़ा रुख अपनाएगी। प्रदेश में सीएए को लेकर 19 व 20 दिसंबर को प्रस्तावित विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर कड़े निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार रात डीजीपी ओपी सिंह समेत अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को तलब कर विरोध प्रदर्शनों को लेकर पूरी सतर्कता बरतने व उपद्रव करने वालों से पूरी सख्ती से निपटने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने बिजनौर कोर्ट में हुई घटना को लेकर भी कड़ी नाराजगी जताते हुए न्यायालय परिसरों की सुरक्षा-व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने की बात कही। बिजनौर के पुलिस अधिकारियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई के संकेत भी मिले हैं।
डीजीपी ओपी सिंह ने बुधवार रात वीडियो कांफ्रेंसिंग कर सभी एडीजी जोन, आइजी/डीआइजी रेंज, एसएसपी/एसपी को गुरुवार व शुक्रवार को पूरी सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। कहा कि कहीं भी उग्र प्रदर्शन हो तो गड़बड़ी करने वालों से पूरी सख्ती से निपटा जाए और उपद्रवियों के खिलाफ कठोर विधिक कार्रवाई की जाए। सभी संवेदनशील व सार्वजनिक स्थानों पर नजर रखने के साथ ही लगातार गश्त सुनिश्चित कराई जाए।
पुलिस को खुफिया इनपुट मिला है कि लखनऊ में 1090 चौराहा व प्रदेश में कुछ अन्य स्थानों पर सीएए के विरोध में 10वीं, 11वीं व 12वीं कक्षा के बच्चों को भी जुटाने की कोशिशें की जा रही हैं। डीजीपी ने अभिभावकों व बच्चों से अपील की है कि वे ऐसे तत्वों से सावधान रहें। अभिभावक ध्यान रखें कि बच्चे ऐसे किसी प्रदर्शन में शामिल न हों। पूरे प्रदेश में धारा 144 लागू है। ऐसी स्थिति में बच्चों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई हो सकती है। माना जा रहा है कि स्कूली बच्चों के प्रदर्शन में शामिल होने की खुफिया सूचना के बाद ही सरकार ने 12वीं तक के स्कूलों में छुट्टी घोषित की है। हालांकि, सरकारी प्रवक्ता ने कड़ाके की ठंड के मद्देनजर स्कूलों में छुट्टïी किए जाने की बात कही है।