गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ नागरिकता संशोधन विधेयक (CAA) को लेकर गोरखपुर में रविवार सुबह एक मुस्लिम परिवार से मिलकर जागरूकता अभियान की शुरुआत की। मुख्यमंत्री ने उनसे मिलकर कहा कि सीएए से किसी की नागरिकता छिनेगी नहीं, बल्कि इससे नागरिकता मिलेगी।
मुख्यमंत्री सुबह करीब साढ़े दस बजे मंदिर परिसर से निकलकर बाहर हनुमान मंदिर में दर्शन किया। बाद में वह वहीं बगल में स्थित चौधरी कैफुल वरा के दुकान पर वह मुस्लिम समुदाय के लोगों से मिले। दुकान पर कैफुल वरा व उनके परिवार के लोगों ने योगी पर गुलाब फूल बरसाया। लोगों ने उन्हें गुलाब का फूल भेंट किया। बाद में वह दुकान के भीतर गए और चौधरी कैफुल वरा सहित तमाम मुस्लिम परिवार के लोगों से कहा कि सीएए को लेकर देश में भ्रम फैलाया जा रहा है कि इससे नागरिकता चली जाएगी।
योगी ने कहा कि यह नागरिकता छीनने वाला विधेयक नहीं है, बल्कि लोगों को नागरिकता देने वाला है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने नागरिकता संशोधन अधिनियम-2019 एक परिचय की एक पुस्तक भी उन्होंने कैफुल वरा के परिजनों को भेंट किया। सीएम ने कहा कि वह इस पुस्तक को पढ़ें और अन्य लोगों को भी इसकी वास्तविकता से अवगत कराएं। कैफुल वरा ने कहा कि वह इसे अपने परिवार के लोगों को अवगत कराएंगे।
चौधरी कैफुलवरा सहित शहर के तमाम लोगों ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपकर कहा कि गत 20 दिसंबर को नखास चौक पर सीएए के विरुद्ध कुछ लोगों ने प्रदर्शन किया था। इसे लेकर लोगों पर मुकदमे दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने जाने अंजाने में गलतियों के लिए उन्हें एक बार माफ कर दिया जाए। कैफुल वरा ने कहा कि यह उनके घर के बच्चे हैं। उन्हें क्षमा करके उन्हें मुकदमों से बरी किया जाए और शहर की अमन शांति बहाल की जाए।
इसके बाद योगी दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के रसायन शास्त्र विभाग के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर राजाराम से उनके हुमायूंपुर स्थित आवास पर मिले। उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएए) को लेकर संभ्रांत व बुद्धजीवी तबके के लोग भी अपनी जानकारी समझें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएए को लेकर लोगों को अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए। इसे लेकर जो भ्रम फैलाया जा रहा है, इस पर अंकुश लगाने की जरूरत है। बाद में उन्होंने उन्हें को नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 व मानवता की अमृत सांस्कृतिक धरोहर प्रयागराज कुंभ 2019 पुस्तक सौंपीं। इस अवसर पर पूर्व प्रोफेसर राजाराम यादव व उनकी पुत्री व दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय की रसायन शास्त्र की प्रोफेसर डा.सुधा यादव, दामाद डा.कृष्ण मोहन सिंह भी वहां मौजूद रहे।