लखनऊ। प्रदेश भर के सभी पुलिस थानों, सरकारी व निजी कार्यालयों में कोविड हेल्प डेस्क बनाने की कवायद तेज हो गयी है। प्रदेश के हर थाना, चिकित्सालय, राजस्व न्यायालय, तहसील, विकास खण्ड व जेलों में कोविड हेल्प डेस्क स्थापित की जा रही है। इन कोविड हेल्प डेस्क पर कोरोना से बचाव व सावधानियों से संबंधित पोस्टर लगाए जा रहे हैं। सीएम योगी ने कोविड हेल्प डेस्क पर पल्स ऑक्सीमीटर, इंफ्रारेड थर्मामीटर तथा सेंनिटाइजर भी उपलब्ध होंगे। ताकि किसी व्यक्ति या कर्मचारी में कोरोना संक्रमण जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत उसे उपचार दिया जा सके। इन हेल्प डेस्ट पर प्रशिक्षित कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी। इन्हें मास्क और ग्लव्स भी उपलब्ध कराया जाएगा।
कोविड हेल्प डेस्क से संबंधित यह निर्देश मंगलवार को लोकभवन में एक उच्च स्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा करते हुए दिए। इससे पहले सोमवार को मुख्यमंत्री ने टीम-11 की बैठक में पूरे प्रदेश में कोविड हेल्प डेस्क स्थापित करने का निर्देश दिया था। मुख्यमंत्री ने कहा, जनपद के वरिष्ठ अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि हेल्प डेस्क पर हर समय एक से दो कर्मचारी अवश्य मौजूद रहें। कोविड हेल्प डेस्क का संचालन सुबह से लेकर शाम तक होगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि प्राइवेट अस्पतालों को भी कोविड हेल्प डेस्क स्थापित करने के लिए कहा जाए। मुख्यमंत्री ने स्थापित की गईं कोविड हेल्प डेस्क की सूची उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने जनपदों में तैनात विशेष सचिव स्तर के अधिकारियों को स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने में मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सहयोग देने का भी निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना टेस्टिंग की संख्या में लगातार वृद्धि की जाए। सर्विलांस व्यवस्था को और बेहतर बनाया जाए। इसके लिए जनपदों में विशेष सचिव स्तर के अधिकारी भेजे जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्विलांस कार्य को सुदृढ़ करने से मेडिकल टेस्टिंग की संख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी।