लखनऊ। आज बैसाखी का त्यौहार था हर साल बड़ी धूमधाम से देश में बैसाखी का त्यौहार मनाया जाता था। पकी हुई फसलों को लेकर के त्यौहार मनाया जाता रहा है और इस त्यौहार में गुरुद्वारे में पूजा पाठ किया जाता रहा है। परंतु इस वर्ष कोरोना वायरस के कहर ने पूरे विश्व में हाहाकार मचा रखी है इसलिए लखनऊ में भी वैशाखी के पर्व पर नाका गुरुद्वारे में शब्द कीर्तन में कोई श्रद्धालु नजर नहीं आया।
रमजान में घर में ही पढ़ें तरावीह की नमाज
मुसलमानों के सबसे बड़े त्योहार रमजान को लेकर भी मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने कोरोना वायरस के प्रकोप की वजह से एडवाइजरी जारी की है। इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया फरंगी महल के चेयरमैन मौलाना मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने रमजान के मुकद्दस माह में लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग कायम रखने के लिए एडवाइजरी जारी की है।
रमजानुल मुबारक का पहला रोजा चांद के मुताबिक 25 अप्रैल को हो सकता है। मौलाना ने कहा कि रोजा इस्लाम के पांच बुनियादी अरकान (स्तम्भों) में से एक है।
यह ऐसी इबादत है जिसके करने के लिए पूरा एक महीना रोजा रखा जाता है। इस माह रोजा रखने के साथ ही रात में तरावीह पढ़ी जाती है। मौलाना ने कहा कि इस माह में हर नेकी पर कई गुना अधिक सवाब मिलता है।