लखनऊ। कोरोना का डर लोगों पर इस कदर हावी हो गया है, कि वह आत्महत्या करने जैसे गलत फैसले ले रहे हैं। मामला कानपुर का है, जहां कानपुर में तैनात बीईओ (ब्लॉक एजुकेशन अफिसर) ने कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर घर के कमरे में देर रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वह शहर के मोहल्ला कल्याणी देवी में रह रहे थे। परिजनों ने जीवित होने की संभावना पर जिला अस्पताल ले गए, जहां डाक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है।
शहर के मोहल्ला कल्याणी देवी निवासी सुरेश चंद्र वर्मा (52) कानपुर नगर में बीईओ मुख्यालय के पद पर तैनात थे। उनके पास बीईओ सदर बाजार का अतिरिक्त कार्यभार भी था। 26 जुलाई को बुखार व सांस लेने में तकलीफ होने पर 27 जुलाई को कानपुर के उर्सला अस्पताल में कोरोना की जांच कराई।
इसके बाद उन्होंने अवकाश ले लिया था, और होम क्वारंटीन थे। शनिवार को दोपहर करीब दो बजे कानपुर से जांच रिपोर्ट पॉजिटिव होने की सूचना मिली। इससे वह परेशान हो गए। पत्नी हेमलता, बेटे सुमित व बेटी सुप्रिया ने उन्हें समझाकर शांत कराया।
परिजनों ने इलाज कराने और जल्द ठीक होने का भरोसा भी दिलाया था। बीती रात खाना खाने के बाद वह अपने कमरे सो गए। सुबह बगल के कमरे में सो रही पत्नी ने सुबह 8 बजे उन्हें छत के पंखे में रस्सी से लटके देखा। पत्नी ने शोर मचाया और बेहोश होकर गिर गई।
बेटे सुमित ने परिजनों की मदद से पिता को फंदे से उतारा और जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने सुरेश को मृत घोषित कर दिया। उनकी मौत से परिवार में कोहराम मच गया। कोतवाल दिनेश चंद्र मिश्रा के मुताबिक शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा था।