नई दिल्ली। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच दुनियाभर के वैज्ञानिक इसकी वैक्सीन बनाने में लगे हुए हैं। कई देशों से वैक्सीन की प्रगति को लेकर भी अच्छी खबरें सामने आ रही हैं। हालांकि क्लिनकल ट्रायल की प्रक्रिया लंबी होने के कारण इसमें देर हो रही है। खबरों के मुताबिक, दुनियाभर में कोरोना के लिए 100 से ज्यादा तरह के वैक्सीन को लेकर शोध रहे हैं। बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक इनमें से 13 वैक्सीन क्लिनिकल ट्रायल के फेज में है। ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन भी इस रेस में आगे चल रही है, जहां वैक्सीन का ट्रायल लगभग अंतिम फेज में है। ऑक्सफोर्ड की रिसर्च पर भारत की सीरम इंडिया इंस्टीटयूट उत्पादन करेगी। दुनियाभर में वैक्सीन उत्पादन के क्षेत्र में इस भारतीय कंपनी का बड़ा नाम है। वहीं, ब्रिटेन में ही एक और वैक्सीन का इंसानों पर ट्रायल शुरू हो रहा है। जानवरों पर इसके सफल ट्रायल के बाद वैज्ञानिकों का दावा है कि जल्द ही अच्छी खबर आ सकती है।
ब्रिटेन में एक और कोरोना वैक्सीन का इंसानों पर परीक्षण करने की तैयारी शुरू हो गई है। लंदन के इंपीरियल कॉलेज में 300 लोगों पर यह ट्रॉयल किया जाना है। प्रोफेसर रॉबिन शटोक इस ट्रायल का नेतृत्व कर रहे हैं। इंपीरियल कॉलेज लंदन में होने वाले ह्यूमन ट्रायल से पहले इस वैक्सीन का जानवरों पर किया ट्रॉयल सफल रहा है। वैज्ञानिकों का दावा है कि इस वैक्सीन से इम्यूनिटी को बहुत बेहतर बनाया जा सकेगा।
वैज्ञानिकों का कहना है कि इंसानों पर वैक्सीन का प्रयोग सफल रहा तो लोगों को इसकी डोज 300 रुपये से भी कम में उपलब्ध होगी। मालूम हो कि कोरोना की मार झेल रहे देशों की सूची में ब्रिटेन का नाम भी शामिल है। वैक्सीन को लेकर यहां के वैज्ञानिक प्रयासरत हैं।