लखनऊ । कंटेनमेंट जोन में अब फिर पहले की सख्ती की जाएगी। इसीलिए इन जोन में पुलिस का कड़ा पहरा रहेगा और बेवजह कंटनमेंट जोन में आने-जाने पर रोक रहेगी। मुख्यमंत्री ने देर रात पुलिस कमिश्नर और डीएम को इस बारे में निर्देश दिए। इसके बाद फौरान पुलिस प्रशासन हरकत में आ गए। लखनऊ के इंन्दिरा नगर, आशियाना समेत कई इलाके हाईरिस्क जोन बनाए गए हैं जहां सिर्फ पुलिस और होमगार्ड ही नहीं बल्कि, प्रशासन के अफसर भी वहां निरीक्षण करते हुए मातहतों की सक्रियता परखेंगे।
कोविड मरीजों के घर लाल और सम्पर्क में आने वालों की पीले रंग से पहचान
कोविड मरीजों के घर के बाहर लाल रंग का फ्लेक्स यानी एक तरह का पोस्टर लगाया जाएगा। जो उनके सम्पर्क में आएं हैं उनके घर के बाहर पीले रंग का फ्लेक्स होगा। इसके अलावा कंटेनमेंट जोनों में सर्विलांस टीमें लगातार लोगों की खैर खबर ले रही हैँ। रोजाना 25 हजार मास्क बांटे जा रहे हैं। लोग मास्क पहनें और नियम मानें इसके लिए 40 पुलिस की टीमें लगाई गई हैं।
डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि हाईरिस्क जोन में बैरिकेडिंग लगाई जाएगी। नगर निगम को समय समय पर सैनिटाइजेशन करना होगा। सीसीटीवी से निगरानी की व्यवस्था की गई है। रिमोट मॉनीटर स्मार्ट सिटी मुख्यालय में रहेगा जहां से नजर रखी जाएगी। इसके अलावा संवेदनशील अस्पतालों के बाहर पुलिस व सुरक्षा बलों का पहरा होगा। विवेकानंद, इंटीग्रल, केजीएमयू, मेयो, टीएसएम, चन्दन, ओपी चौधरी, एरा, सहारा और मेदांता अस्पताल के बाहर पुलिस बल तैनात किया जा रहा है।
इन्दिरानगर, गोमती नगर हाईरिस्क, अतिरिक्त फोर्स तैनात
पुलिस-प्रशासन के अनुसार मौजूदा समय इंदिरा नगर, गोमती नगर, आशियाना, अलीगंज, चिनहट और आलमबाग को रखा गया है। इन इलाकों में सर्वाधिक कोविड रोगी हैं। ऐसे में पुलिस इन स्थानों पर मजबूत बैरिकेडिंग लगाकर शिफ्ट के आधार पर 1302 कांस्टेबिल, 1302 होमगार्ड्स लगाए जा रहे हैं। इन इलाकों में 2017 ऐसे घर हैं जहां एक से अधिक कोविड रोगी हैं। पुलिस कमिश्नर ने 2700 और होमगार्ड्स के लिए शासन से निगरानी के लिए मांग की है।
2500 स्थानों के लिए 206 पिकेट ड्यूटी लगाई गई
राजधानी में 2500 ऐसे क्षेत्र हैं जहां एक स्थान या घर पर एक ही कोरोना संक्रमित है। इनकी संख्या रोजाना घटती बढ़ती रहती है। ऐसे रोगियों की निगरानी के लिए 40 थानाक्षेत्रों में 206 पॉलीगन यानी पुलिस बीट बनाई गई हैं। पिकेट पर पुलिस कर्मी भ्रमण करते हुए ऐसे घरों पर नजर रख रहे हैं। 30 घर ऐसे हैं जहां कोविड रोगियों के सम्पर्क में आने वाले रह रहे हैं। अब उन पर भी नजर रखी जाएगी। जो नए होम आइसोलेशन के मरीज हैं उनकी सूची जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग पुलिस को सौंपता रहेगा जिससे पुलिस उन पर भी निगरानी रख सके।