लखनऊ। उत्तर प्रदेश व राजधानी लखनऊ के लिए बुधवार को एक और बुरी खबर सामने आई। हाल ही में प्रवासी मजदूरों को लेकर चारबाग पहुंची एक ट्रेन में जो युवक मृत पाया गया था, वह कोरोना पाॅजिटिव था। युवक के शव का पोस्टमार्टम भी हो चुका है। पोस्टमार्टम के बाद बुधवार को आई रिपोर्ट में मृतक को कोरोना संकमित पाया गया है। इस मामले में लखनऊ जिला प्रशासन व सीएमओ की बड़ी लापरवाही सामने आई है।
मृतक युवक के कोरोना टेस्ट रिपोर्ट आने के पूर्व ही शव का पोस्टमार्टम कराने से अब संक्रमण तेजी से फैलने का डर बन गया है। यात्रा के दौरान उसके संपर्क में कितने यात्री और आए थे, इसका भी पता कर पाना काफी मुश्किल है। मृत मजदूर की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद अब जिला प्रशासन, पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम में हड़कम्प मचा हुआ है।
महाराष्ट्र के हॉटस्पॉट एरिया से लौट रहा था युवक
बता दें कि 10 मई को प्रवासी मजदूरों को लेकर लखनऊ के चारबाग स्टेशन पहंुची एक टेन में एक युवक मृत पाया गया था। जिला प्रशासन ने आॅनन-फानन रात में ही युवक का पोस्टमार्टम करवा कर अंतिम संस्कार भी करवा दिया था। बताया जा रहा है कि मृतक युवक महाराष्ट्र के हॉटस्पॉट एरिया से लौटा था। मरने वाला युवक अयोध्या के गोसाईगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला था।
रातों-रात पोस्टमार्ट्म करा कर हुआ अंतिम संस्कार
सीएमओ डाॅ. नरेन्द्र अग्रवाल की बड़ी लापरवाही ने सैकड़ों लोगों की जान आफत में डाल दी है। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर भी दहशत में हैं। अब सवाल उठता है कि आखिर ऐसी क्या जल्दी थी कि मृतक रातों-रात पोस्टमार्टम करवा कर अंतिम संस्कार भी करवा दिया गया है। जबकि ऐसे मामलों में कोरोना जांच रिपोर्ट का इंतजार करने का निर्देश दिया गया है। अब पोस्टमार्टम हाउस से सूची मंगाकर लोगों क्वारन्टीन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है।
रेल भवन किया गया सील
प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का खामियाजा रेलवे को भी उठाना पड़ा है। मृतक युवक की कोरोना पाॅजिटिव रिपोर्ट आने के बाद रेल भवन को सील कर दिया गया है। हालांकि पिछले तीन में हजारों यात्री, रेल कर्मचारी व अधिकारी यहां से गुजर चुके हैं।