फसल खरीद के बाद तत्काल किसानों के खातों में भेजी गई रकम
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को टीम-11 की बैठक में किसानों को किए जा रहे भुगतान की समीक्षा की। बैठक में सीएम को बताया कि कोरोना संकट के दौरान सरकार ने इस सत्र का गन्ना किसानों को 20 हजार करोड़ का भुगतान किया है। साथ ही गेहूं किसानों को योगी सरकार ने 3 हजार 890 करोड़ का भुगतान किया गया है। लॉकडाउन के बावजूद फसल खरीद के बाद तत्काल किसानों के खातों में रकम भेजी गई।
यही नहीं सरकार युद्धस्तर पर गेहूं खरीद कराती रही। एफपीसी के माध्यम से किसानों के खेतों पर जाकर भी गेहूं खरीद की गई। लॉकडाउन के दौरान भी योगी सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कुल 3.477 लाख कुंतल गेहूं खरीदा है। इसी दौरान किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 8887 मीट्रिक टन चने की भी खरीद हुई और भुगतान किया गया है। इस सत्र में 11 हजार 500 लाख कुंतल गन्ने की हुई पेराई, यूपी में हुआ 1251 लाख कुंतल चीनी का उत्पादन हआ। फसलों की कटाई के लिए लॉकडाउन के दौरान यूपी सरकार ने कृषि यंत्रों को खेतों तक जाने की सबसे पहले छूट दी थी।
इस अवधि में यूपी सरकार ने सभी 119 चीनी मिलें चलाई। इसके साथ ही यूपी देश का नंबर–1 चीनी उत्पादक प्रदेश बन गया है, और 2-नंबर पर महाराष्ट्र की चीनी उत्पादन है। 2 हजार 424 श्रमिकों को भी पूरे लाकडाउन के दौरान मिला 119 चीनी मिलों में रोजगार मिला। वहीं 35 से 40 हजार किसान इन 119 चीनी मिलों से सीधे जुड़े। वहीं गन्ना छिलाई में भी 10 लाख श्रमिकों को प्रतिदिन रोजगार दिया गया। यही नहीं प्रदेश के 2 करोड़ 4 लाख किसानों को कोरोना आपदा के दौरान दो बार 2- 2 हजार की किसान सम्मान निधि दी गई।