दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से जान गंवाने वाले लैब टेक्नीशियन राकेश जैन के परिवार से मुलाकात कर उन्हें एक करोड़ रुपये की राशि का चेक सौंपा। इस दौरान केजरीवाल ने कहा कि हम उनके बड़े बेटे को दिल्ली सरकार में नौकरी भी देंगे।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हमारे कोरोना वॉरियर्स ने अपनी जान की बाजी लगाकर लोगों की सेवा की है, हिंदू राव अस्पताल में तैनात लैब टेक्नीशियन राकेश जैन जी को भी लोगों की सेवा करते हुए कोरोना हुआ और 18 जून 2020 को उनका देहांत हो गया था। आज हमने उनके परिवार से मिलकर ₹1 करोड़ की सहायता राशि दी, भविष्य में भी हम उनके परिवार के साथ खड़े हैं।
केजरीवाल ने बताया कि COVID ड्यूटी के दौरान राकेश जैन भी कोरोना संक्रमित हो गए थे। इलाज के लिए उन्हें 17 जून को प्रीत विहार के मेट्रो अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका और वह 18 जून को शहीद हो गए थे, लेकिन उन्होंने अपनी अंतिम सांस तक दिल्ली के नागरिकों की सेवा की। दिल्ली सरकार ऐसे फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को सलाम करती है, जिन्होंने दिल्ली के नागरिकों की अथक सेवा की है।
आज, दिल्ली सरकार की ओर से, मैंने राकेश जैन के परिवार के सदस्यों को 1 करोड़ रुपये का चेक सौंपा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपनी अंतिम सांस तक लोगों की सेवा करते रहे। उन्होंने कहा कि पैसों से किसी के जीवन की कीमत नहीं लगाई जा सकती, लेकिन मुझे उम्मीद है कि इस वित्तीय सहायता से उनके परिवार को कुछ मदद मिलेगी।
पिछले एक साल में बड़ी संख्या में डॉक्टर, नर्सें और अन्य स्वास्थ्य कर्मी और फ्रंटलाइन वर्कर्स कोरोना संक्रमण से संपर्क आए हैं, और उनमें से कुछ की मौत भी हो गई है।
केजरीवाल ने कहा कि जैन के बड़े बेटे ने ग्रेजुएशन पूरा कर लिया है और वह नौकरी की तलाश में है। दिल्ली सरकार उनके बेटे को नौकरी भी देगी। मैं राकेश जैन के परिवार को यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि भविष्य में भी जब भी जरूरत होगी दिल्ली सरकार उनके साथ खड़ी रहेगी।