लखनऊ। ताज नगरी आगरा में बुधवार रात कोरोना संक्रमण के आठ नए केस आने के बाद संक्रमित मरीजों की कुल संख्या 433 हो गई। नए संक्रमितों में एक रिटायर्ड डॉक्टर भी है जिसकी 27 अप्रैल को मौत हो गई थी। शहीदनगर निवासी पीएचसी से रिटायर हुए थे और उन्हें तेज बुखार की शिकायत पर मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया गया था। अब मौत के बाद उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है इसी के साथ जिले में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या 14 हो गई, जबकि 74 लोग ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।
प्रदेश के सबसे बड़े कोरोना हॉटस्पॉट जिले में शुमार आगरा में हॉस्पिटल सबसे बड़े संक्रमित क्षेत्र के रूप में उभरे हैं। बुधवार को लैब टेक्नीशियन व वार्ड बॉय कोरोना संक्रमित मिलने के बाद जिला प्रशासन ने जीजी नर्सिंग होम को सील कर दिया। अब तक शहर में 6 हॉस्पिटल को कोरोना फैलाने के आरोप में सील किया जा चुका है। बता दें तबलीगी जमात में शामिल लोगों के बाद सबसे ज्यादा संक्रमण अस्पतालों से ही फैला है। बुधवार को सिनर्जी हॉस्पिटल के दो कर्मी कोरोना पॉजिटिव पाए गए। जबकि मेडिकल कॉलेज के दो स्टाफ भी संक्रमित मिले।
गौरतलब है कि कोरोना महामारी की इस जंग में अस्पतालों में संक्रमण फैलने की वजह से चुनौती बढ़ गई है। आगरा का एसएन मेडिकल कॉलेज व इसके आस-पास के इलाके संक्रमण की चपेट में है और अब सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बनकर उभरा है/ मेडिकल कॉलेज क्षेत्र में अब तक 38 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। इसके अलावा छत्ता क्षेत्र में भी 38 संक्रमित मरीज मिले हैं। भगवान टाकीज एरिया में 35, मंटोला, वज़ीरपुरा, ताजगंज और खंदारी में 104 मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है।
उधर जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह की मानें तो नए मरीजी हॉटस्पॉट इलाके से मिल रहे हैं। यह एक बड़ी चुनौती है। लिहाजा इसे देखते हुए लॉकडाउन को सख्ती से पालन कराया जा रहा है। साथ ही हॉटस्पॉट इलाकों में घर-घर जाकर थर्मल स्क्रीनिंग करवाई जा रही है। स्क्रीनिंग के दौरान अगर किसी में भी, खांसी, बुखार या अन्य लक्षण मिल रहे हैं तो उन्हें क्वारंटाइन करवाकर सैंपल जांच के लिए भेजा जा रहा है।