नई दिल्ली। कोरोना महामारी से मुकाबला करने में हर कोई अपना सहयोग दे रहा है। पुलिस, पत्रकार, डाक्टर, सफाईकर्मी सबसे आगे के मोर्चे पर हैं तो बाकी पूरा देश अपने-अपने तरीके से महामारी के खिलाफ उनका साथ दे रहा है। इस ऐतिहासिक लड़ाई में देश भर में एनसीसी कैटेड भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। मंगलवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सभी राज्यों के एनसीसी के अतिरिक्त महानिदेशकों के साथ वीडियो कान्फे्रंस की। रक्षा मंत्री ने कोविड-19 के खिलाफ चल रही लड़ाई में एनसीसी के योगदान व सहयोग की सराहना की। खासकर एक्सरसाइज एनसीसी योगदान नाम से चलाए गए अभियान के तहत किए गए कार्यों की राजनाथ सिंह ने तारीफ की।
रक्षा मंत्री के साथ वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े उत्तर प्रदेश एनसीसी के अपर महानिदेशक मेजर जनरल राकेश राणा ने महामारी के खिलाफ लड़ाई में प्रदेश एनसीसी के योगदान के बारे में जानकारी दी।
मेजर जनरल राकेश राणा ने रक्षा मंत्री को बताया कि उत्तर प्रदेश में 5261 सीनियर कैडेट्स ने फ्रंट लाइन कोेविड वारियर्स की ड्यूटी के लिए वाॅलिंटियर किया है। प्रतिदिन 300 से 350 कैडेट्स विभिन्न स्थानों पर एक्सरसाइज एनसीसी योगदान में हिस्सा ले रहे हैं। इनमें करीब 20 प्रतिशत छात्राएं हैं। आज (5 मई) को प्रदेश के 16 शहरों में 334 कैडेट्स तैनात रहे हैं।
20 हजार प्रशिक्षित कैडेट देश सेवा के लिए तैयार
उत्तर प्रदेश एनसीसी के अपर महानिदेशक ने रक्षा मंत्री को बताया कि दूसरी पंक्ति में करीब 20 हजार एनसीसी कैडेट्स तैयार हैं। जिन्हें आईजीओटी प्लेट फार्म पर कोविड-19 से बचाव का प्रशिक्षण दिया गया है। समय आने पर यह भी देश सेवा के लिए तत्पर हैं। मेजर राणा ने बताया कि एनसीसी निदेशालय उत्तर प्रदेश के पास राज्य के 10 जिलों से सहयोग की अपील आई थी। जिसके बाद वर्तमान समय में प्रदेश के 19 जनपदों में एनसीसी कैडेट्स सरकार व सरकारी विभागों की सहायता कर रहे हैं। यह सभी कैडेट्स यातायात व्यवस्था संभालने, एटीएम और बैंकों आदि में प्रबंधन का कार्य देख रहे हैं।
20 हजार जरूरतमंदों को मास्क बांटे
मेजर राणा ने बताया कि प्रदेश भर में एनसीसी कैटेडों ने करीब 20 हजार मास्क बनाकर जरूरतमंदों को वितरित किया है। कोविड-19 के खिलाफ चल रही लड़ाई में अब तक कुल 5532 कैडेटों ने अपना योगदान दिया है। जिनमें से 23 प्रतिशत महिला कैडेट हैं। मेजर राणा ने बताया कि प्रदेश के करीब 53000 एनसीसी कैडेट व अन्य स्टाफ ने आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड किया है। साथ ही करीब 18000 नागरिकों को भी इस एप को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित किया है।