साउथैंप्टन। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच क्रिकेट सीरीज की शुरुआत 4 सितंबर से साउथैंप्टन में होगी। इस वक्त इंग्लैंड व पाकिस्तान के बीच क्रिकेट सीरीज खेली जा रही है और इसके खत्म होने के बाद इंग्लिश टीम व कंगारू टीम एक-दूसरे से भिड़ेगे। इस सीरीज के शुरू होने से पहले क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपने खिलाड़ियों पर कुछ खास तरह का बैन लगाया है। दरअसल सीए ने कोविड 19 महामारी के जोखिम को कम करने की कोशिश में ये कदम उठाया है। इसके तहत ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी गेंद को चमकाने के लिए अपने सिर, चेहरे व गर्दन से पसीने का इस्तेमाल नहीं करेंगे।
सीए ने साफ कर दिया है कि इंग्लैंड के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज के दौरान गेंद को चमकाने के लिए कंगारू सिर, चेहरे और गर्दन से पसीने का इस्तेमाल नहीं करेंगे। वहीं इससे पहले आइसीसी ने गेंद पर लार के इस्तेमाल को बैन कर दिया था। हालांकि पसीने के इस्तेमाल पर किसी तरह की रोक आइसीसी की तरफ से नहीं लगाई गई है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने खिलाड़ियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ये कदम उठाया है। सीए हालांकि इस वायरस के फैलने के किसी भी जोखिम को कम करने के लिए सतर्कता बरत रहा है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की मेडिकल टीम की सलाह के आधार पर उसने अपने खिलाड़ियों को कहा कि वे मुंह या नाक के पास से पसीने का इस्तेमाल नहीं करें।
सीए द्वारा लगाए गए इस बैन के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के पास 4 सितंबर से साउथैंप्टन में इंग्लैंड के खिलाफ होने वाली सीरीज के दौरान पेट या कमर के पास से ही पसीने के इस्तेमाल का विकल्प बचता है। हालांकि टीम के मुख्य तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क का कहना है कि इससे सिमित ओवर के प्रारूप में ज्यादा असर नहीं होगा। उन्होंने कहा कि सफेद गेंद के क्रिकेट में ये ज्यादा महत्वपूर्ण नहीं है। एक बार नई गेंद से जब खेलना शुरू होता है तो इसके सूखा रखने की कोशिश की जाती है। लार या पसीने का इस्तेमाल लाल गेंद की क्रिकेट में ज्यादा मायने रखता है।