नई दिल्ली । बॉलीवुड में नेपोटिज्म (भाई-भतीजावाद) पर हमेशा से कई सितारे खुलकर बोलते रहते हैं। अब तक बहुत से सितारे ऐसे हैं जो नेपोटिज्म को लेकर अपने अनुभव साझा कर चुके हैं। अब बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता, निर्माता-निर्देशक दीपक तिजोरी ने भी बॉलीवुड में फैले नेपोटिज्म को लेकर बड़ी बात बोली है, जिसकी काफी चर्चा हो रही है।
दीपक तिजोरी आशिकी, दिल है के मानता नहीं, खिलाड़ी और जो जीता वही सिकंदर सहित कई हिट फिल्मों में सह कलाकार की भूमिका निभा चुके हैं। उन्होंने 90 के दशक में बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत की थी। अब दीपक तिजोरी ने बॉलीवुड में फैले नेपोटिज्म को लेकर कहा है कि यह फिल्म इंडस्ट्री में ओवररेटेड है। अभिनेता का मानना है कि नेपोटिज्म हर व्यवसाय में है। यह बात अभिनेता ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में कही है।
दीपक तिजोरी ने कहा, ‘बॉलीवुड में नेपोटिज्म ओवररेटेड है। यह हर व्यवसाय का एक हिस्सा है। दुर्भाग्यवश, बॉलीवुड में दूसरों की तुलना में नेपोटिज्म कम है क्योंकि यहां आप एक नेपो चाइल्ड की तरह सफलता प्राप्त नहीं कर सकते हैं। बॉलीवुड में अभिनेता, जनता को हमारे बच्चों को स्वीकार करने या अस्वीकार करने का अवसर देते हैं। लेकिन अन्य क्षेत्रों में ऐसा नहीं है। एक मालिक, हमेशा एक मालिक रहेगा और कर्मचारियों को उसके स्वीकार करना होगा।’
दीपक तिजोरी ने आगे कहा, ‘हमारी इंडस्ट्री में बहुत सारे स्टार किड्स हैं जो अभी भी नाम और प्रसिद्धि पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। मुकाबला हर उद्योग में मौजूद है। दुनिया तेजी से आगे बढ़ रही है और हमें इसके साथ जुड़ना है। कभी-कभी मुझे अपनी बेटी के लिए भी डर लगता है क्योंकि वह जल्द ही बॉलीवुड में अपनी शुरुआत करेगी। मैं उसे इन सब बातों से अवगत करवाता रहता हूं। स्टार किड्स को एक लॉन्च मिलता है लेकिन फिर से उन्हें एक अभिनेता के रूप में खुद को साबित करना होता है।’