दिल्ली के चार और लोगों में कोरोना वायरस का नया स्ट्रेन मिलने की पुष्टि हुई है। इसके बाद दिल्ली में ब्रिटेन में पाए गए COVID-19 के म्यूटैंट वैरिएंट से संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 13 पर पहुंच गई है। इस बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र से भारत और यूके के बीच उड़ानों पर 31 जनवरी तक रोक लगाने की अपील की है।
सूत्रों ने कहा कि हाल ही में ब्रिटेन से लौटे लोगों और यहां उनके संपर्क में आए व्यक्तियों के डोर-टू-डोर मेडिकल चेकअप के दौरान जीनोम सिक्वेंसिंग का पता लगाने के लिए भेजे गए चार और सैंपल पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके बाद अब दिल्ली में नए स्ट्रेन से संक्रमित लोगों की संख्या 13 हो गई है।
इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने गुरुवार को देश के सभी जिलों में 8 जनवरी को होने वाले COVID-19 टीकाकरण के ड्राई रन के संबंध में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की।
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने ट्वीट किया, “डॉ. हर्षवर्धन के साथ आज के वीडियो कॉन्फ्रेंस में मैंने उनसे अनुरोध किया था कि ब्रिटेन की उड़ानों पर प्रतिबंध 31 जनवरी, 2021 तक बढ़ा दिया जाना चाहिए, क्योंकि ब्रिटेन में मामलों और मौतों में भारी उछाल देखा जा रहा है।”
डीडीएमए ने एसओपी का कड़ाई से पालन का आदेश जारी किया
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने गुरुवार को विभिन्न प्राधिकरणों को एक आदेश जारी कर कहा कि वे ब्रिटेन से लौटने वाले यात्रियों की जांच और आइसोलेशन में रखने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की एसओपी का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करें। ब्रिटेन में कोविड-19 का एक नया स्ट्रेन सामने आया है।
डीडीएमए ने यह आदेश भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई), स्वास्थ्य विभाग और जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन प्राधिकारों के शीर्ष अधिकारियों को जारी किया। भारत ने कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन को फैलने से रोकने के लिए 23 से 31 दिसंबर के बीच ब्रिटेन से आने-जाने वाली सभी उड़ानों को निलंबित कर दिया था। हालांकि दोनों देशों के बीच उड़ानें 08 जनवरी से फिर शुरू होने वाली हैं।
आदेश में कहा गया है कि डीडीएमए दिल्ली में कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए प्रभावी उपाय करना आवश्यक मानता है। इसमें दिल्ली के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव, एएआई अध्यक्ष, सभी जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकारों और सभी संबंधित प्राधिकरणों को दो जनवरी को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है।
एसओपी के मुताबिक, आठ जनवरी से 30 जनवरी के बीच ब्रिटेन से आने वाले सभी यात्रियों का आगमन पर कोविड-19 टेस्ट किया जाएगा और इसका खर्च उन्हें उठाना होगा। इसके अलावा, ब्रिटेन से आने वाले प्रत्येक यात्री को यात्रा से 72 घंटे पहले किए गए टेस्ट की रिपोर्ट देनी होगी जिसमें उनके संक्रमित नहीं होने की पुष्टि की गई हो। एसओपी ने कहा कि जो यात्री संक्रमित पाए जाते हैं, उन्हें संस्थागत आइसोलेशन में रखा जाएगा।