ब्रज के जिलों में वायरल और डेंगू से लोगों की मौत का सिलसिला थमता नजर नहीं आ रहा है। रविवार को 22 और लोगों की मौत हो गई। इनमें एटा के 10, मैनपुरी के 8 और फिरोजाबाद के दो, आगरा और कासगंज के एक-एक मरीज शामिल हैं। सबसे ज्यादा स्थिति एटा जिले में खराब है। यहां के निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
एटा के जलेसर के गांव लोहचा नाहरपुर निवासी खुर्शीद अली के पुत्र रसूल खां की बुखार से रविवार को मौत हो गई। गांव गढ़ी सलूकापुर निवासी विपिन पुत्र मुकेश कुमार, नाहरपुर निवासी शकुंतला, मोहल्ला शेरगंज निवासी हंसमुख की पुत्री आफमीन, मारहरा के मोहल्ला कायस्थान निवासी अखिलेश की पुत्री शीतल, नौबतराम की पुत्री तारादेवी ने दम तोड़ दिया।
एटा के जलेसर के डेंगू से पीड़ित गांव गनेशपुर निवासी ओमप्रकाश पुत्र राजवीर की आगरा ले जाते समय मौत हो गई। इसी मोहल्ले के सुरेश (40) की मौत आगरा में उपचार के दौरान हो गई। जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती आयुष पुत्री शिवशंकर निवासी भोगांव जिला मैनपुरी और राममूर्ति पत्नी बिजेंद्र निवासी गांव करतला ने भी दम तोड़ दिया।
फिरोजाबाद में दो मरीजों की मौत
फिरोजाबाद के खैरगढ़ कस्बा के गांव नगला नत्थी निवासी उषा (45) पत्नी रामसहाय ने सरकारी ट्रॉमा सेंटर में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। महिला को बुखार कई दिनों से आ रहा था। जिले में एक अन्य मरीज की बुखार से मौत हुई है।
मैनपुरी में आठ मरीजों ने तोड़ दम
मैनपुरी के कस्बा ज्योंती निवासी अजय कुमार, बेवर निवासी शिल्पी देवी की पांच दिन पूर्व जन्मी बेटी, भोगांव के मोहल्ला चौधरी निवासी झम्मन लाल शाक्य, इसी मोहल्ले के विनोद कुमार के पुत्र अंश, मोहल्ला मिश्राना निवासी टैनी पुत्र शिवशंकर, मोहल्ला रसूलाबाद निवासी मानपाल सिंह व तुलसीराम शाक्य की बुखार से मौत हो गई है।
कासगंज जिले में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। रविवार को डेंगू से एक किशोरी की मौत हो गई। उसका इलाज दिल्ली के एक अस्पताल में चल रहा था। किशोरी की मौत से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। जिले में डेंगू से मरने वालों की संख्या 95 हो गई है।
बाह में बुखार से गई किशोरी की जान
आगरा में रविवार को बाह के मोहल्ला गंज की 11 वर्षीय किशोरी स्वीटा पुत्री बबलू पुरवंशी की मौत हो गई। परिजनों के मुताबिक स्वीटी को दो दिन से बुखार आ रहा था। जिसका कस्बा स्थित एक निजी अस्पताल में उपचार चल रहा था। रविवार की शाम हालत बिगड़ने पर उसे आगरा रेफर कर दिया गया था। परिजन जब तक उसे आगरा ले जाते, उसकी सांसें थम गईं। परिजनों ने निजी चिकित्सक पर उपचार में लापरवाही का आरोप भी लगाया है।
आगरा में डेंगू के सात मरीज मिले
आगरा में डेंगू के मरीजों के सिलसिला नहीं थम रहा है। एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती सात और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। इनमें से आगरा के सबसे ज्यादा छह मरीज हैं। हाथरस का एक मरीज है। अभी वार्ड में 11 मरीजों का इलाज चल रहा है। नौ मरीज ठीक होने पर डिस्चार्ज कर दिए हैं। सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि छह नए मरीज मिलने से डेंगू के कुल मरीजों की संख्या 332 हो गई है।