कोरोना काल में जहां सभी कारों की बिक्री में गिरावट देखने को मिल रही है, वहीं, एंट्री-लेवल हैचबैक सेगमेंट में 40 फीसदी ज्यादा खरीदारी हुई है। दरअसल इस जुलाई 20,865 लोगों ने एंट्री-लेवल हैचबैक कारों को खरीदा। जबकि, जुलाई 2019 में 14,910 हैचबैक गाड़ियों की बिक्री हुई थी। यानी पिछले साल के मुकाबले इस जुलाई एंट्री हैचबैक सेगमेंट में 12 फीसदी बिक्री बढ़ी है। बता दें कि देश में सबसे ज्यादा जिस सेगमेंट की कारों को खरीदा जाता है, उनमें एंट्री लेवल हैचबैक सबसे ऊपर है। आज हम आपको देश की चार सबसे ज्यादा बिकने वाली एंट्री-लेवल हैचबैक गाड़ियों के बारे में बताने जा रहे हैं। तो डालते हैं एक नजर।
Maruti Suzuki Alto
मारुति ऑल्टो जुलाई महीने में देश की सबसे ज्यादा बिकने वाली एंट्री हैचबैक रही। जुलाई 2020 में Maruti Alto की 13,654 यूनिट्स की बिक्री हुई। जबकि, जुलाई 2019 में इसकी 11,577 यूनिट्स की बिक्री हुई थी। यानी पिछले साल की तुलना में इस साल जुलाई में ऑल्टो की बिक्री 18 फीसदी बढ़ी है। बता दें कि ऑल्टो देश की सबसे ज्यादा बिकने वाली कार है।
Maruti Suzuki S-Presso
देश की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति की S-Presso जुलाई महीने में भारत की दूसरी सबसे ज्यादा बिकने वाली एंट्री लेवल हैचबैक रही। जुलाई 2020 में Maruti Suzuki की S-Presso की 3,604 यूनिट्स की बिक्री हुई। पिछले साल सितंबर में एस-प्रेसो लॉन्च हुई थी, इसलिए इसके जुलाई के आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं।
Renault Kwid
एंट्री हैचबैक सेगमेंट में मारुति के बाद रेनो का नंबर रहा। जुलाई 2020 में Renault Kwid की 3,007 यूनिट्स की बिक्री हुई। जबकि, जुलाई 2019 में इसकी 2,684 यूनिट्स की बिक्री हुई थी। यानी पिछले साल के मुकाबले जुलाई 2020 में क्विड की बिक्री 12 फीसदी बढ़ी है।
Datsun Redi-Go
जुलाई 2020 में Datsun Redi-Go की 600 यूनिट्स की बिक्री हुई। जबकि पिछले साल जुलाई 2019 में इसकी 649 यूनिट्स की बिक्री हुई थी। यानी पिछले साल के मुकाबले जुलाई 2020 में Datsun Redi-Go की बिक्री 12 फीसदी घटी है।