नई दिल्ली । तीस हजारी कोर्ट में हिसंक झड़प के बाद सोमवार को साकेत कोर्ट के बाहर एक बाइक सवार पुलिस कर्मी को वकील द्वारा पिटाई के विरोध में प्रदर्शन कर रहे पुलिसकर्मी आईटीओ स्थित पुलिस मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। प्रदर्शनकारी पुलिसकर्मी ‘we want justice’ के स्लोगन के साथ नारेबाजी कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उन्हें न्याय चाहिए।
दिल्ली पुलिस के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है जब दिल्ली पुलिस अपने मुख्यालय के बाहर धरना दे रही है। सुबह 9 बजे से हजारों को संख्या में दिल्ली पुलिस के जवान जोर जोर से शोर मचाते हुए प्रदर्शन कर रहे है। प्रदर्शन के कारण आईटीओ पर भारी जाम लग गया है। मुख्यालय का गेट बंद कर दिया गया है। ना तो कोई ऑफिसर बाहर निकल पा रहे है और ना ही कोई बाहर से अंदर जा पा रहा है।
सुबह 9 बजे ही सेवानिवृत पुलिसकर्मियों के अलावा वर्तमान में दिल्ली पुलिस में तैनात पुलिस कर्मी और परिजन पुलिस मुख्यालय पहुंच गए थे। इनका कहना है कि हम भी इंसान हैं। हम पर हमला क्यों किया जा रहा है। पुलिसकर्मियों की मांग है कि उनका मुखिया सुपर कॉप किरण बेदी और दीपक मिश्रा जैसा होना चाहिए।
वहीं तीसरी बटालियन के पुलिस कर्मियों का प्रदर्शन विकासपुरी में भी चल रहा है। दिल्ली पुलिस की थर्ड बटालियन जो जेल से कैदियों को कोर्ट लाने ले जाने का काम करती है और कोर्ट में जो लॉकअप होते हैं उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी उन्हीं की होती है। आज पूरी बटालियन के लोगों ने हाथों में काली पट्टी बांध ली है वे वकीलों की हिंसा का विरोध कर रहे हैं। साकेत जिला कोर्ट के वकीलों की हड़ताल से आम लोगों को काफी परेशानी हुई। जिन लोगों की कोर्ट में सोमवार को तारीख थी, वे सुबह-सुबह कोर्ट पहुंचे थे। लेकिन उनको निराश होकर वापस लौटना पड़ा। कुछ मुवक्किलों ने आरोप लगाया कि जब वे कोर्ट पहुंचे तो वकीलों ने उनके साथ भी बदसुलूकी की। उनका कहना था कि दूर-दूर से वे केस की तारीख के लिए पहुंचे थे, लेकिन कोर्ट पहुंचने पर उन्हें हड़ताल की जानकारी मिली।
इधर कोर्ट परिसर में तैनात पुलिसकर्मियों ने भी मारपीट का आरोप लगाया। वकीलों द्वारा एक पुलिसकर्मी व एक ऑटो चालक की पिटाई का वीडियो भी वायरल हुआ।
दक्षिणी दिल्ली जिले के पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने बताया दोनों पक्षों की ओर से जो भी शिकायतें मिली हैं उनकी जांच की जा रही है। साथ ही वायरल वीडियो की भी जांच की जा रही है। इसमें जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
मोबाइल तोड़ने और पीटने का भी लगा है आरोप
आरोप है कि वीडियो बना रहे एक ऑटो चालक की वकीलों ने पिटाई कर दी। यही नहीं उनके कपड़े फाड़ दिए और मोबाइल भी तोड़ दिया। वहीं जो राहगीर मोबाइल में वीडियो बना रहे थे, वकीलों ने उनके मोबाइल भी छीनने का प्रयास किया। वकीलों ने कोर्ट परिसर के अंदर से लोगों को निकालकर बाहर कर दिया। इसके बाद सैकड़ों वकील जुलूस के रूप में परिसर के बाहर निकले और तिराहे पर जमा हो गए। इससे कुछ देर के लिए यातायात ठप हो गया।