नई दिल्ली। देश के ज्यादातर इलाकों में गर्मी से बुरा हाल है। हालांकि, कई स्थानों पर काफी समय से बारिश जैसा मौसम है और हल्की बारिश दर्ज भी की गई। वहीं, मौसम विभाग भी आए दिन कुछ ना कुछ स्थानों पर बारिश की चेतावनी कर दे रहा है, लेकिन बात राजधानी की करें तो शुक्रवार को लगातार 11वें दिन दिल्ली में हल्की बारिश होने की मौसम विभाग की भविष्यवाणी सही साबित नहीं हुई है। जबकि मानसून अभी खत्म नहीं हुआ है। इसके अलावा विभाग द्वारा कई दिन पहले ही 19 और 20 सितंबर को काफी स्थानों पर बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
अब भारतीय मौसम विभाग (IMD) की साइट के ताजा बुलेटिन के अनुसार, आज अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, मध्य महाराष्ट्र, कोंकण और गोवा, केरल और माहे और तटीय और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है।
इसके अलावा छत्तीसगढ़, ओडिशा, दक्षिण गुजरात क्षेत्र, मराठावाड़ा, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना, रायलसीमा और उत्तर आंतरिक कर्नाटक में भी अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। इस दौरान उत्तर भारत के राज्यों में भी मौसम बिगड़ने का अलर्ट है। वहीं, बात 20 सितंबर की करें तो मौसम विभाग के मुताबिक, तटवर्ती कर्नाटक और केरल और माहे में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा का अनुमान है।
ओडिशा, मध्य महाराष्ट्र, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना और आंतरिक कर्नाटक में भी अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है। छत्तीसगढ़, झारखंड, गांगेय पश्चिम बंगाल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दक्षिण गुजरात क्षेत्र, मराठवाड़ा, रायलसीमा और तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल में भी रविवार को अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा की चेतावनी जारी हुई है।
आइएमडी के अनुसार बंगाल की खाड़ी में कई स्थानों में निम्न दबाव बनने से 20 सितंबर के आसपास ओडिशा में एक बार फिर भारी बरसात की संभावना है। लिहाजा, पश्चिमी राजस्थान से अगले हफ्ते के अंत तक दक्षिण-पश्चिम मानसून के वापस लौटने के आसार हैं। विभाग ने कहा कि अगले दो दिनों में मानसून के वापसी के लिए स्थितियां अनुकूल होने की उम्मीद है। उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों में तापमान सामान्य से ऊपर दर्ज किया जा रहा है। भारतीय मौसम विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा कि यह उन मौसमी पैटर्न में से एक है जो तब देखा जाता है जब मानसून की वापसी के लिए स्थितियां अनुकूल होती हैं।
मौमम विभाग ने इस साल मानसून की वापसी की तारीखों को संशोधित किया है। नई सारणी के अनुसार, मानूसन के 17 सितंबर को वापस जाने की उम्मीद थी। हालांकि, बंगाल की खाड़ी में एक कम दबाव का क्षेत्र होने के कारण इसकी वापसी में देरी हुई है। पश्चिम राजस्थान से मानसून की वापसी से ही ठंड के लिए स्थितियां अनुकूल बनती हैं। मध्य और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में अगले दो दिनों के दौरान भारी बारिश होने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने केरल, गोवा और कर्नाटक एवं महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में शनिवार के लिए आरेंज अलर्ट जारी किया है।