गोरखपुर। कोरोनावायरस महामारी के बीच परंपराएं, रीति रिवाज काफी कुछ के मायने बदल गए हैं। हालांकि, अब लोगों ने इस महामारी के साथ जीना सीख लिया है। अब लोग इसे अवसर के रूप में देखने लगे हैं। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले का है। यहां रहने वाला एक युवक जब प्रशासन से बारात ले जाने के लिए पास नहीं जुटा पाया तो कुशीनगर जिले की रहने वाली दुल्हन खुद अपने परिवार को लेकर दूल्हे के घर पहुंच गई। जहां दूल्हे के घर वालों ने सभी मेहमानों का खुले दिल से स्वागत किया। फिर कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करते हुए शादी संपन्न हुई।
कुशीनगर के पड़रौना थाना क्षेत्र के नंदलाल छपरा वृंदावन की रहने वाली रिंकी कुमारी की शादी गोरखपुर के बेलदारी टोला निवासी अश्विनी कुमार गौड़ के साथ तय हुई थी। सर्व सम्मति से तय किया गया था कि, शादी 23 मई को होगी। शादी के लिए टेंट, हलवाई, कार्ड, लाइट व अन्य इंतजाम हो चुके थे। लेकिन कोरोनावायरस के चलते देश में लॉकडाउन हो गया। अब दोनों परिवारों को समझ नहीं आ रहा था कि विवाह संपन्न कैसे होगा। हालांकि, लॉकडाउन के चौथे चरण में काफी रियायत मिलने के बाद शादी की तारीख नहीं टाली गई। शादी के लिए लड़का पक्ष ने प्रशासन से पास बनवाने के लिए आवेदन किया था। लेकिन वह भी समय पर नहीं बन सका। जब यह बात दुल्हन रिंकी को हुई तो वह माता-पिता व दो अन्य लोगों के साथ अपनी ससुराल पहुंच गई। जहां दोनों का विवाह संपन्न हुआ।