मेरठ में सीसीएसयू से संबद्ध कॉलेजों के शिक्षक ई-कंटेंट भेजने में कोताही बरत रहे हैं। सीसीएसयू कैंपस के शिक्षकों ने जहां अब तक 120 ई-कंटेंट शासन के ई-पोर्टल पर अपलोड करा दिए हैं, वहीं कॉलेजों का प्रदर्शन बहुत खराब है। 1100 शिक्षकों में से सिर्फ 190 ई-कंटेंट ही प्राप्त हुए हैं।
शनिवार को विवि में हुई बैठक में इसको लेकर कुलपति ने नाराजगी जताई है। कुलपति ने सभी प्राचार्यों से कहा है कि 10 दिन के अंदर सभी शिक्षकों का ई-कंटेंट उपलब्ध करा दें। क्षेत्रीय उच्च शिक्षाधिकारी भी रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेजेंगे।
उत्तर प्रदेश में ऑनलाइन पढ़ाई कराने के लिए ई-कंटेंट का एक पोर्टल बनाया जा रहा है। इसमें सभी विवि से ई-कंटेंट तैयार करके अपलोड किया जाएगा ताकि प्रदेश के सभी छात्र-छात्राएं कहीं से भी इससे ऑनलाइन पढ़ाई कर सकें।
इसको लेकर छह महीने से काम चल रहा है। लेकिन इसके बाद भी कॉलेजों से अब तक गिनती के ही शिक्षकों की तरफ ई-कंटेंट भेजा गया है। ये भी तब है जबकि सीसीएसयू विवि से संबद्ध मेरठ-सहारनपुर मंडल में 68 राजकीय-एडेड कॉलेज हैं। इन कॉलेजों में 11 से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाएं हैं।
ऐसे में एक शिक्षक को कम से कम 10-10 ई-कंटेंट भेजने चाहिए थे, जिससे ई-कंटेंट की संख्या 11 हजार से भी अधिक हो जाती, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। शनिवार को कुलपति प्रो. एनके तनेजा की अध्यक्षता में संकायाध्यक्ष और विभागाध्यक्ष की ऑनलाइन बैठक हुई।
कुलपति ने कहा कि सरकार का डिजिटलाइजेशन की तरफ विशेष जोर है। ऐसे में सभी शिक्षक अपनी संस्थान की मेल आईडी और निजि ईमेल आईडी कुलसचिव के यहां दर्ज करा दें। कम से कम से कागज का प्रयोग करें। सभी अपनी मेल आईडी दिन में तीन बार जरूर देखें।
कुलपति ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 के लिए हर शिक्षक तैयार रहे। उसको अच्छी तरह से समझ लें। इस दौरान डिप्टी लाइब्रेरियन डॉ. जमाल अहमद सिद्दकी ने बताया कि 120 ई-कंटेंट अपलोड किए जा चुके हैं। सौ से अधिक ई-कंटेंट के अपलोड करने काम चल रहा है।
छात्रों को पहले ही भेज दें ई-कंटेंट
पोर्टल पर अपलोड होने वाले ई-कंटेंट को छात्रों को पहले ही भेजने के लिए कहा गया है, ताकि वे पढ़ाई के लिए तैयार रहें। 10 दिन में ई-कंटेंट भेजना है। ई-कंटेंट को टाइप करके ही भिजवाया जाएगा। हाथ से लिखकर कोई भी ई-कंटेंट तैयार न करें।