मैड्रिड। कोरोना वायरस का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा। स्पेन में पिछले चौबीस घंटों में 932 लोगों की जान गई है। गुरुवार को यह आंकड़ा 950 था। वहां मृतकों की कुल तादाद 10,935 हो गई है। खास बात यह है कि अमेरिका के बाद स्पेन में सबसे ज्यादा लोग संक्रमित हैं। इनकी संख्या 1,17,710 है। यह हाल तब है, जब स्पेन की आबादी अमेरिका से सात गुना कम है। महामारी से राजधानी मैड्रिड सबसे ज्यादा प्रभावित है। वहां पर 4400 से ज्यादा मौतें हुई हैं। राजधानी के नर्सिग होम बीमार लोगों से भरे पड़े हैं और यहां रहने वाले पचास हजार बुजर्ग लोगों को सबसे ज्यादा खतरा है। स्पेन में पिछले 14 मार्च से लॉकडाउन है। वहीं, इटली में शुक्रवार को 766 लोगों की मौत हो गई और मृतकों की कुल संख्या 14,681 पर पहुंच गई। हालांकि, पिछले दिनों में सबसे ज्यादा शुक्रवार को 19,758 लोग पूरी तरह से ठीक भी हुए हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुतेरस ने कहा है कि कोरोना वायरस से अभी और स्थिति खराब होने वाली है। उन्होंने सीरिया, लीबिया और यमन जैसे देशों में सीजफायर का आग्रह किया है, ताकि वो कोरोना से लड़ने की तैयारी कर सकें।
दुनियाभर में कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। वायरस ने दो सौ से ज्यादा देशों में 10,083,078 लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। अब तक 58,149 लोगों की मौत हुई है। जबकि, दो लाख 27 हजार से ज्यादा अब तक पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं
फ्रांस में कोरोना से मरने वालों की संख्या 6,507 हो गई है। नर्सिग होम में जान गंवाने वालों की संख्या को मिलाने के बाद मृतकों के आंकड़ों में यह अप्रत्याशित उछाल आया है। शुक्रवार को 588 लोगों की मौत हो गई। इनको मिलाकर फ्रांस के सरकारी अस्पतालों में 5,091 लोगों की जान गई है। जबकि, 1,416 मौतें नर्सिग होम में हुई हैं। फ्रांस में 7400 नर्सिग होम पंजीकृत हैं। फ्रांस के प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन को 15 अप्रैल से आगे बढ़ाने की संभावना जताई है। वहां पर 17 मार्च को इसकी शुरुआत हुई थी। राजधानी पेरिस में आइसीयू बेड खत्म हो चुके हैं।