भोपाल। प्रदेश के एक लाख से ज्यादा पथ विक्रेताओं (स्ट्रीट वेंडर्स) से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद करेंगे। इस दौरान उनके खाते में 10 हजार रुपये की राशि भी हस्तांतरित होगी। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत बैंकों से पथ विक्रेताओं को ऋण दिलाया जा रहा है। इसमें मध्य प्रदेश पूरे देश में अव्वल है। कार्यक्रम सभी नगरीय निकायों में दिखाया जाएगा। इस दौरान शिवराज सरकार के सभी मंत्री भी मौजूद रहेंगे।
उधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 68 हजार हितग्राहियों के खातों में योजना की अंतिम किस्त के 102 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए। कैबिनेट बैठक के बाद गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि प्रदेश में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत आठ लाख से ज्यादा पथ विक्रेता पंजीयन करा चुके हैं। इनमें से एक लाख 86 हजार के प्रकरण बैंकों को भेज दिए गए हैं। एक लाख प्रकरण स्वीकृत हो गए हैं।
योजना के सभी हितग्राहियों से प्रधानमंत्री संवाद करेंगे। इस दौरान वे उनके कार्यस्थल को भी देखेंगे। इस दौरान 10 हजार रपये भी हितग्राहियों के खातों में जमा होंगे।
17 लाख आवास बन चुके
उधर, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मंगलवार को प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के 68 हजार हितग्राहियों के खाते में चौथी और अंतिम किस्त के 102 करोड़ रुपये जमा कराए। प्रदेश में अभी तक योजना के तहत 17 लाख आवास पूर्ण किए जा चुके हैं। 12 सितंबर को जिन हितग्राहियों के वषर्ष 2019-20 में आवास बन चुके हैं, उनका गृह प्रवेश 12 सितंबर को उत्सव मनाकर कराया जाएगा। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी जुड़ेगें और संदेश देंगे।
मुख्यमंत्री ने हितग्राहियों से संवाद करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और मेरा लक्ष्य गरीबों का कल्याण और उन्हें सुविधाएं दिलाना है। 16 सितंबर को प्रदेश के 37 लाख लोगों को सार्वजनिक वितरण के तहत राशन वितरण की शुरआत की जाएगी। 18 सितंबर को 21 लाख किसानों के खातों में वषर्ष 2019 की खरीफ फसलों को हुए नुकसान का फसल बीमा चार हजार 600 करोड़ रुपये दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री आवास योजनाओं के हितग्राहियों से संवाद के दौरान बैतूल की सुशीलादेवी विश्वकर्मा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को बताया कि हमने 49 दिन में मकान बना लिया। मैं और मेरे पति श्रमिक हैं। पहले कच्चा मकान था। छत से पानी टपकता था। योजना में हमने और रिश्तेदारों की मदद से 40 दिन में निर्माण कार्य पूरा कर लिया। हमें मनरेगा से शौचालय और उज्जवला योजना से गैस भी मिली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे चाय पीने उनके घर जरूर आएंगे।