नई दिल्ली । कश्मीर मुद्दे पर हर बार मुंह की खोने वाला पाकिस्तान अब भी बाज नहीं आ रहा है। वह भारत के घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ता, लेकिन हर बार उसे पराजय का सामना करना पड़ा है। पाकिस्तान का दावा रहा है कि भारत मुस्लिम बहुसंख्यक कश्मीर में अब हिंदू गीत गा रहा है। यह बात अमेरिकी सांसदों ने भारतीय राजनयिकों के एक प्रतिनिधिमंडल से कही है। अमेरिका में भारत के राजदूत हर्ष वर्धन श्रींगला के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अमेरिकी सांसद से मुलाकात की। भारतीय मंडल 22 अक्टूबर तक इस पर अपना जवाब देगा।
भारतीय दल का अमेरिकी सांसदों के समक्ष किया स्पष्ट
भारतीय दल ने अमेरिकी सांसदों के समक्ष भारत का पक्ष रखा है। दल ने अमेरिकी सांसदों को बताया कि निश्चित रूप से कश्मीर में कानून व्यवस्था को पटीर पर लाने के लिए पैटल गन का इस्तेमाल किया गया। इस पैलट गन का इस्तेमाल बेहद मुश्किल स्थिति में किया जाता है। हालांकि, इसका मकसद किसी की जान लेना नहीं है। जान माल के नुकासान के बगैर कानून व्यवस्था को पटरी पर लाना इसका मकसद होता है। प्रतिनिधिमंडल ने कश्मीर के हालात पर भी चीजें स्पष्ट की। दल ने बताया कि कश्मीर में संचार व्यवस्था धीर-धीरे पटरी पर लौट रही है। कश्मीर पर संचार व्यवस्था को लेकर दल ने कहा कि इसका मकसद आतंकियों के क्रियाकलाप पर रोक लगाना है। भारतीय दल ने कहा कि भारत सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही है कि कश्मीर में हालात को ठीक करने में अब तक किसी भी व्यक्ति को जानं नहीं गंवानी पड़ी है।
कश्मीरों में पंडितों ने रखा अपना पक्ष
कश्मीरी पंडितों ने अपने स्टैंड से कराया वाकिफ अमेरिकी सांसदों के समक्ष कश्मीरी पंडितों का भी एक दल मौजूद था। कश्मीरों पंडितों ने इस मौके पर अपना पक्ष रखा। पंडितों ने पाकिस्तान के उन दावों को खारिज कर दिया कि कश्मीर से स्थानीय युवाओं के गायब हो रहे हैं। पंडितो ने कश्मीर में मानवाधिकारों के मामले में चीजें स्पष्ट किया।
कश्मीर पर पाकिस्तान प्रधानमंत्री के झूठे बोल
गुलाम कश्मीर के मुजफ्फराबाद में मुठ्ठी भर लोगों को संबोधित करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमनान खान ने कहा था कि अत्याचार जब सीमा पार कर लेता है तो लोग जलालत भरी जिंदगी से बेहतर मौत को मानने लगते हैं। यह स्थिति आतंकवाद को जन्म देती है। यह स्थिति आंतकवाद को जन्म देती है। इमरान भारत द्वारा अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद दुनियाभर में चलाए गए विफल अभियान के बाद गुलाम कश्मीर के लोगों को संबोधित करके सहानुभूति बटोरने का ढकोसला कर रहे थे। यहटिप्पणी करते हुए इमरान खान का इशारा जम्मू कश्मीर की ओर था, लेकिन यह स्थिति वही है जब आप किसी की ओर एक अंगुली दिखाते हैं तो तीनअंगुलियां अपनी ओर संकेत कर रही होती हैं।