नई दिल्ली। SBI Cards ने फरवरी के मध्य में जब IPO लाने की घोषणा की तो निवेशकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला था। यही वजह रही कि 10,000 करोड़ रुपये से अधिक आकार के इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) को करीब 26.5 गुना अधिक सब्सक्रिप्शन मिला। कंपनी ने 12 मार्च को शेयरों का आवंटन कर दिया और 16 मार्च को कंपनी के शेयरों को शेयर बाजार में लिस्ट किए जाने की संभावना है। हालांकि, इसी बीच शेयर बाजार में परिस्थितियां पूरी तरह बदल गईं। कोरोनावायरस के प्रभाव के चलते दुनियाभर के शेयर बाजारों में जबरदस्त गिरावट और Yes Bank पर पांच मार्च को रिजर्व बैंक द्वारा पाबंदियों की घोषणा के बाद घरेलू शेयर बाजार में अभूतपूर्व गिरावट देखने को मिली।
ऐसे में निवेशक और खासकर खुदरा निवेशक SBI Cards के प्रदर्शन को लेकर काफी परेशान हैं।
स्टॉक ब्रोकरेज कंपनी ‘Wealth Discovery’ के डायरेक्टर राहुल अग्रवाल की मानें तो अभी शेयर बाजार में बाहरी कारणों से उथल-पुथल का माहौल है लेकिन इससे निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा, ”अभी कोरोनावायरस और अन्य कारणों से बाजार में उथल-पुथल है लेकिन निवेशकों को घबराने की जरूरत नहीं है। SBI Cards देश की दूसरी सबसे बड़ी क्रेडिट कार्ड कंपनी है, ऐसे में इस कंपनी में संभावनाएं बहुत अच्छी हैं। इसलिए जिन निवेशकों को शेयर आवंटित हुए हैं, उन्हें घबराने की बजाय कंपनी के शेयर लंबे समय तक होल्ड करके रखना चाहिए।”
बेस प्राइस पर खुल सकते हैं कंपनी के शेयर
बकौल अग्रवाल सोमवार को SBI Cards का आइपीओ 750-755 रुपये के बेस प्राइस के आसपास या थोड़ा नीचे खुलने की संभावना है। उन्होंने कहा कि अगर बाजार कल तेजी लिए खुलता है तो SBI Cards में भी तेजी देखने को मिल सकती है। उल्लेखनीय है कि कुछ सप्ताह पहले तक कुछ विश्लेषक SBI Cards के IPO पर प्रति शेयर 350 रुपये रुपये के प्रीमियम की बात कह रहे थे। हालांकि, पिछले सप्ताह शेयर बाजार में मचे कोहराम के बाद बहुत अधिक प्रीमियम की संभावना अब धूमिल होती नजर आ रही है। हालांकि, विश्लेषकों की राय में जिन निवेशकों को भी SBI Cards के शेयर आवंटित हुए हैं, उन्हें बहुत अधिक परेशान होने की जरूरत नहीं है।