नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से लेकर महाराष्ट्र और आंध्रप्रदेश तक बारिश ने तबाही मचा रखी है। पिछले तीन दिनों से उत्तर प्रदेश में बारिश जहां लोगों पर मौत बन कर बरस रही है, वहीं बिहार में भी बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं।
भारी बारिश और बाढ़ से उत्तर प्रदेश में अबतक 55 लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पहले महाराष्ट्र में 21 और हैदराबाद में तीन लोगों की जानें जा चुकी है। उत्तर प्रदेश में तीन दिन से मूसलाधार बारिश जारी है और अगले दो दिन तक राहत के आसार नहीं हैं।
वहीं, दूसरी ओर बिहार भी बारिश से बेहाल है। यहां भारी बारिश के बाद सड़क से लेकर घरों तक पानी भर गया है। पटना जंक्शन समेत कई जगहों पर रेल ट्रैक पर जलजमाव हो गया। राजधानी पटना में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। वहीं, नालंदा मेडिकल कॉलेज में वार्ड और आईसीयू तक में भी पानी भर गया है। प्रदेश के 15 जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया गया है।
भारतीय मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में कहा है कि आने वाले एक-दो दिनों तक बिहार और यूपी के अधिकांश क्षेत्रों में बादल छाए रहेंगे तथा कई क्षेत्रों में भारी बारिश होने की आशंका है।
मानसून की जो स्थिति है, अभी 10 दिन तक इसके लौटने के आसार नहीं हैं। 1960 के बाद यह पहली बार है, जब मानसून इतनी देरी से अलविदा कहेगा। भारतीय मौसम विभाग के प्रमुख मृत्युंजय महापात्र के अनुसार, पांच अक्तूबर तक भारी बारिश का अनुमान है। इसलिए हो सकता है कि पांच अक्तूबर तक मानसून का लौटना शुरू भी नहीं हो पाएगा।