मुंबई| 2015 में शीना बोरा के कथित अवशेषों की जांच करने वाले फोरेंसिक विशेषज्ञ ने बुधवार को अदालत को बताया कि उन्हें जो नमूने मिले थे उनमें जानवरों की हड्डियां और अन्य मृत व्यक्तियों के भी अवशेष थे। फोरेंसिक विशेषज्ञ शीना बोरा हत्या मामले में विशेष सीबीआइ अदालत के न्यायाधीश जेसी जगदाले के समक्ष पेश हुए थे।
बता दें कि इस मामले में शीना की मां इंद्राणी मुखर्जी मुख्य आरोपित हैं। आरोप है कि इंद्राणी ने अप्रैल 2012 में अपनी बेटी की कथित तौर पर हत्या कर दी थी।
जानवरों के भी थे अंग
फोरेंसिक विशेषज्ञ से जिरह करते समय जब बचाव पक्ष के वकील सुदीप पासबोला ने पूछा कि क्या 2012 में मिली हड्डियां और 2015 में खुदाई के दौरान मिले अवशेष एक ही व्यक्ति के थे तो इस पर उन्होंने कहा कि दो नमूनों में एक जैसी हड्डियां नहीं थीं। 2012 में संरक्षित हड्डियों के सेट में जानवरों के भी अंग थे।जिरह गुरुवार को भी जारी रहेगी। इससे पहले फोरेंसिक विशेषज्ञ ने कोर्ट में दावा किया था कि रायगढ़ जिले में 2015 में बरामद की गई हड्डियां एक महिला की थीं। बता दें कि शीना के शरीर के कुछ अवशेष 2012 में पड़ोसी रायगढ़ जिले में मिले थे।हालांकि तब पुलिस इस मामले का पता लगाने में कामयाब नहीं रही थी। शीना की हत्या का मामला 2015 में खुला। 2012 के नमूनों को जेजे अस्पताल में संरक्षित किया गया था।